पाली में RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने की चुनावी सभा, वसुंधरा, गहलोत पर जमकर साधा निशाना
Rajasthan News: शनिवार को आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने पहली बार पाली जिला मुख्यालय पर चुनावी सभा की. आरएलपी सुप्रीमो बेनीवाल ने कांग्रेस, गहलोत सरकार एवं भाजपा पर जोरदार हमला बोला. साथ ही पाली की जनता से इस चुनाव में समर्थन मांगा.
Rajasthan News: राजस्थान में चुनाव नजदीक आते आते धीरे धीरे चुनावी पारा चढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में पाली में शनिवार को आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने पहली बार पाली जिला मुख्यालय पर चुनावी सभा की. इस चुनावी सभा में हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों, सीएम अशोक गहलोत और वसुधरा राजे पर जमकर निशाना साधा.
बता दें कि शनिवार को पाली में लोढ़ा स्कूल के बाहर आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल जन सभा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल तीन घंटे देरी से यानी रात को 10:00 बजे पाली पहुंचे और 12:00 तक जनसभा की.
गौरतलब है कि चुनावी मोड में आने के बाद से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल काफी मुखर हो गए है. इस जनसभा में उन्होंने राजस्थान की कांग्रेस गहलोत सरकार और भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर जमकर जुबानी हमले किए.मंच से अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि गहलोत कई बार कह चुके है कि वसुंधरा ने मेरी सरकार बचाई ,यानी दोनों में मिली भगत है.
संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि पाली से लगातार 25 सालों से भाजपा के ज्ञानचंद पारीक विधायक है, जो यहां अभी विकास नहीं करवा सके न ही कभी मंत्री बन सके.आने वाले चुनाव में अगर पाली की जनता मेरा साथ देगी तो पाली को पूर्ण प्रदूषण मुक्त कर दिया जाएगा और पाली में विकास की गंगा बहेगी.
इसके साथ ही 20 किलोमीटर दायरे में सभी टोल फ्री किए जाएंगे। अपने संबोधन में आगे कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत ठीक नहीं रहती, वह राजस्थान और प्रदेश को क्या संभालेंगे तो वहीं भाजपा में मुख्यमंत्री पद के लिए 10 दावेदार है. बेनीवाल की पाली में पहली चुनावी सभा में कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका भव्य स्वागत कर बहुमान किया.
वहीं इस आमसभा को भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग ,मेड़ता विधायक इंदिरा बावरी एवं प्रिया सिंह ने भी संबोधित किया. देर रात तक चली इस जनसभा में कार्यकर्ता एवं शहरवासियों ने हनुमान बेनीवाल को सुना.जिसके बाद देखना दिल्चसप होगा कि अब ऊंट किस करवट बैठेगा.
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