यहां होली पर सुहागरात के बाद जुदा हो जाता है शादीशुदा जोड़ा
होली पर हर जगह की रिवाज खास होते हैं. रंगों के इस त्योहार पर राजस्थान के पाली में हुई शादी के बाद दुल्हा दुल्हन सुहागरात के बाद अलग हो जाते हैं.
Unique Marriage:राजस्थान के पाली से कुछ दूर बूसी कस्बे में होली पर अनोखी शादी होती है. बिंदोरी निकलती है. लेकिन इस दौरान गालियों से दुल्हे का स्वागत होता है और फिर सुहागरात के बाद दूल्हा-दुल्हन अलग हो जाते हैं.
जानकारी के अनुसार यहां मौजीराम जी और मौजनी देवी का एक प्राचीन मंदिर है. स्थानीय लोग मौजीराम को भगवान शिव और मौजनी को मां पार्वती की अवतार बताते हैं. धुलंडी दोनों की शादी होती है.
इस शादी के तैयारी के लिये कार्ड छपा कर सबको बांटा जाता है. फिर गांव में बुजुर्ग पीले चावल वाला कार्ड लेकर सारी रस्मों की शुरुआत कराते हैं.
सारी रस्मों के पूरा होने के बाद सात फेरे होते हैं और फिर सुहागरात पर दोनों का मिलन करवाया जाता है. फिर प्रसाद वितरण के बाद बारात की वापसी होती है. माना जाता है कि सुहागरात के बाद मौजीराम और मौजनी बिछड़ गये थे.
शादी के लिए होने वाली रस्मों में यहां वर-वधू के प्राइवेट पार्ट को भी पूजा जाता है और संतान प्राप्ति की कामना के साथ ही जीवन में सुख समृद्धि की कामना की जाती है. कुछ समय पहले इस परंपरा को बंद कर दिया गया था लेकिन फिर से ये शुरू हो गयी है.
इस शादी के दौरान गाए गीतों में सेक्स एजुकेशन दी जाती है. दूल्हे का स्वागत गालियों से होता है. मौजाराम को गांव के युवक कंधे पर बिठाते हैं और गालियों के शोर के बीच बिंदौली निकलती है. बारात मौजनी देवी के घर पहुंचती है. जहां फूल बरसाकर दोनों का स्वागत होता है.