Valley Heritage Train : 5 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन के ऐतिहासिक पर्यटक स्थल गोरम घाट के लिए स्पेशल वेली हेरिटेज ट्रेन को झण्डी दिखाकर रवाना किया था. अब यह ट्रेन घाटे में चल रही और इस ट्रेन का क्रेज लगातार घटता जा रहा. सूत्रों के अनुसार 60 सीटर की इस वेली एक्सप्रेस में अब 20 एवं 25 यात्री भी नहीं मिल रहे.


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इसकी मुख्य वजह अत्यधिक किराया भाड़ा बताया जा रहा मारवाड़ जंक्शन से कामलीघाट का किराया ₹1000 लगता है तो आने का भी ₹1000
मारवाड़ जंक्शन से फुलाद का ₹500 कामलीघाट से फुलाद का भी ₹500 किराया किया गया है. आने जाने का किराया ₹2000 रेल प्रशासन द्वारा तय किया गया है जो अत्यधिक होने की वजह से अभी हेरिटेज ट्रेन का क्रेज लगातार घटता जा रहा. सबसे बड़ी वजह ज्यादा किराए होने की वजह से पर्यटक इस वेली हेरिटेज से मुंह मोड़ रहे.


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गौरतलब रहे की 16 दिसंबर से हफ्ते में 5 फेरे करने के बाद 12 दिन तक इस ट्रेन को कैंसिल करना पड़ा था. वर्तमान में किराया ज्यादा होने की वजह से इस वेली हेरिटेज ट्रेन का क्रेज लगातार घटता जा रहा. गौरतलब की इस ऐतिहासिक अरावली की वादियों में सर्पिला रेलवे ट्रैक पर 23 मीटर के दो घुमावदार टनल भी है. प्रदेश के एकमात्र मीटर गेज रेलवे लाइन पर 25 किलोमीटर का सफर कई दर्शनीय स्थान को कवर करता है.


मारवाड़ जंक्शन के मावली रेलखंड का 15 किलोमीटर का यह क्षेत्र अरावली वन्य क्षेत्र के बीच से होकर गुजरता है इस ट्रैक पर लक्ष्मणगढ़ जोग मंडी गोरमघाट का ऐतिहासिक पर्यटक स्थल भी है. जहां सावन भादो में लाखों की तादाद में टूरिस्ट पहुंचते हैं टूरिस्ट की बढ़ती संख्या एवं ऐतिहासिक स्थल को देखते हुए रेल प्रशासन एवं प्रधानमंत्री द्वारा इस ट्रेन की सौगात दी गई थी, लेकिन वेली हेरीटेज ट्रेन का क्रेज लगातार घटता जा रहा उसकी सबसे बड़ी वजह ज्यादा किराया बताया जा रहा.