Barmer: मंत्री रामलाल जाट के बयान पर हेमाराम चौधरी का पलटवार, बोले- कांग्रेस में किसे रहना है या नहीं, ये आप तय करेंगे क्या?
Barmer News: चुनावी साल में एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस में मंत्री रामलाल जाट के बयान के बाद सियासी घमासान मच गया है मंत्री रामलाल जाट द्वारा सचिन पायलट पर दिए गए बयान पर सचिन पायलट गुट से आने वाले वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने पलटवार किया है.
Barmer: चुनावी साल में एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस में मंत्री रामलाल जाट के बयान के बाद सियासी घमासान मच गया है मंत्री रामलाल जाट द्वारा सचिन पायलट पर दिए गए बयान पर सचिन पायलट गुट से आने वाले वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने पलटवार किया है.
ऐसा लग रहा है कि प्रदेश में कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने के लिए इन मंत्री के अलावा किसी की जरूरत ही नहीं है, जिसको यह ठीक समझते है तो यह ही काफी है सरकार को वापस लाने में. जब तक सब मिलकर साथ चुनाव नहीं लड़ेंगे और आप किसी के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करोगे, छुआछूत करोगे, यह बात मुझे तो ठीक नहीं लगती.
हेमाराम चौधरी ने कहा है कि चुनावी साल में मंत्री रामलाल जाट का बयान सुनने के बाद मैं हैरान हूं. इसके पीछे इनकी क्या मंशा है और क्या मकसद है, यह कह रहे हैं कि कांग्रेस में रहना है तो रहो. कांग्रेस में रहना या नहीं रहना यह मंत्री रामलाल जी आप तय करोगे क्या. कांग्रेस इनकी है क्या हमारा कांग्रेस से कोई लेना-देना नहीं है क्या. हमारे बाप दादा जब से समझने लगे हैं और प्रजातंत्र कायम हुआ तब से कांग्रेस के अलावा कुछ सोचा नहीं.
हेमाराम चौधरी ने कहा कि यह लोग इस तरह से चाह रहे हैं कि हम लोग इस तरह से इनके साथ व्यवहार करें तो यह कांग्रेस छोड़कर चले जाएं और फिर हम ही कांग्रेस के मालिक बने रहे तो कांग्रेस छोड़कर ना तो पायलट साहब जाने वाले ना ही हेमाराम चौधरी हमारे तो खून में कांग्रेस है रामलाल जाट पहले भी मंत्री थे और इनको हटाया गया था क्यों हटाया गया उसका तो पहले बता दे कोई तो कारण होगा अब हम को नसीहत दे रहे हैं तो हम को नसीहत देना बंद करें और खुद ही अपने ठीक ढंग से चलें. जिससे कांग्रेस वापस सत्ता में आए यह कुछ लोगों ने मिलकर चौकड़ी बनाई है इससे ना तो कांग्रेस मजबूत होगी और ना ही कांग्रेस वापस सत्ता में आने की गुंजाइश रहेगी इसलिए इन लोगों से मेरा करबद्ध निवेदन है आप ऐसे बयान बाजी बंद करें सबको साथ लेकर जोड़ने की कोशिश में लग जाएं जिससे 2023 में वापस कांग्रेस सत्ता में रहे.