Jaipur News : जयपुर ग्रामीण के जमवारामगढ़ थाना इलाके में टोडालडी गांव में एक खसरे की सार संभाल करने और खेती करने वाले 51 वर्षीय व्यक्ति ने जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा, जमवारामगढ़ डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज सहित 6 लोगों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कोर्ट के इस्तागे के जरिए एफआईआर दर्ज करवाई है. जमवारामगढ़ थाने में दर्ज हुई एफआईआर की जांच पुलिस मुख्यालय की सीआईडी सीबी द्वारा की जा रही है.


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परिवादी ने यह आरोप लगाए हैं कि उसे 30 जून को जमवारामगढ़ और चंदवाजी थाना पुलिस के कुछ पुलिसकर्मी खेत से उठाकर ले गए. जिसके बाद उसे जमवारामगढ़ विधायक गोपाल मीणा के घर ले जाकर एक कमरे में बंद कर दिया. जहां जमवारामगढ़ डीएसपी शिव कुमार ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिल गाली गलोच करते हुए मारपीट की और मुंह पर पेशाब कर दिया. इसके बाद परिवादी को उठाकर हॉल में ले गए जहां कुर्सी पर विधायक गोपाल मीणा बैठे हुए थे. तभी वहां नवदीप सिंह और परम नवदीप सिंह पहुंच गए. जिन्होंने बीच बचाव कर परिवादी को बचाया.


इसके बाद परिवादी से विधायक गोपाल मीणा द्वारा जीभ से अपने जूते साफ कराए गए और धमकी देकर भगा दिया. परिवादी द्वारा संगीन आरोप लगाए जाने के बाद अब पुलिस मुख्यालय की सीआईडी सीबी इसकी जांच कर रही है. वहीं अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर विधायक गोपाल मीणा का कहना है कि सारे आरोप निराधार हैं. पूर्व आईपीएस नवदीप सिंह और पूर्व विधायक परम नवदीप सिंह अपने खिलाफ दर्ज एससी—एसटी के मुकदमें में राजीनामा कराने की मांग करते हुए विधायक के पास आए थे. साथ ही पुलिस और एसडीएम पर विधायक से दबाव बना मामले को रफा दफा करने के लिए कहा. विधायक ने ऐसा करने से मना कर दिया तो विधायक को ब्लैकमेल करने के लिए दोनों ने अपने नौकर की ओर से झूठा मामला दर्ज कराया है. विधायक ने नवदीप सिंह और परम के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करने की बात भी कही है.


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