Jaipur News : शिक्षक दिवस पर CM गहलोत ने बुलंद किया `मिशन 2030` का नारा, 150 शिक्षकों का बझढ़ाया मान
Jaipur News : शिक्षक दिवस पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह के कार्यक्रम का आयोजन हुआ.जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे. आपको बता दे कि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला,राज्य शिक्षा मंत्री जाहिदा खान,उच्च शिक्षा मंत्री राजेन्द्र यादव,तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग भी मौजूद रहे. इस मौके पर 150 शिक्षको को सम्मानित किया गया.
Jaipur: शिक्षक दिवस पर राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह के कार्यक्रम का आयोजन हुआ.जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे. आपको बता दे कि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला,राज्य शिक्षा मंत्री जाहिदा खान,उच्च शिक्षा मंत्री राजेन्द्र यादव,तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग भी मौजूद रहे. इस मौके पर 150 शिक्षको को सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम में बडी बात ये रही कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आने से पहले ही राज्य शिक्षा मंत्री जाहिदा खान का संबोधन करवा दिया गया. यह बिरला सभागार में चर्चा का विषय भी रहा कि क्या जाहिदा खान का संबोधन कार्यक्रम में पहले से तय नही था. चर्चा ये भी रही की उच्च शिक्षा मंत्री राजेन्द्र यादव,तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग का संबोधन भी नहीं करवाया गया जबकि शिक्षा सचिव नवीन जैन का संबोधन सीएम के आने के बाद हुआ.
वसुंधरा राजे पर सीएम गहलोत का तंज
मैं राजनीति में 50 साल का अनुभव रखता हूं और अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता. ये कहना है प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत का राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने ये बात कहते हुए अप्रत्यक्ष रूप में अगले विधानसभा चुनाव में भी खुद को ही चेहरा बताया. वहीं सीएम ने उनके और वसुंधरा राजे के मिले हुए होने के राजनीतिक आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि मैं और वसुंधरा मिले हुए हैं, कहां मिले हुए हैं, मेरे काम (रिफाइनरी, लॉ यूनिवर्सिटी, पत्रकारिता यूनिवर्सिटी) को तो उन्होंने बंद कर दिए.
विधानसभा चुनाव से पहले सीएम अशोक गहलोत ने टटोला शिक्षकों का मन
राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शिरकत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शिक्षकों का मन टटोलने की कोशिश की. उन्होंने अपने संबोधन में आरजीएचएस और ओपीएस जैसी योजनाओं का जिक्र किया. जिसमें सभागार में एक तरफ तालियां नहीं बजने पर चुटकी लेते हुए कहा कि कहीं यहां आरएसएस और नॉन आरएसएस में बंटे हुए तो नहीं बैठे. वहीं, उन्होंने बदलते राजस्थान की तस्वीर बयां करते हुए कहा कि मिशन 2030 एक टारगेट लेकर चले हैं. उसमें सबसे बड़ी भूमिका शिक्षकों की ही हो सकती है. सीएम ने कहा कि समय बदल गया है. उसके साथ हमें भी बदलना होगा. पहले वो भी इंग्लिश के विरोधी थे. लेकिन आज इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले, जिसमें 6 लाख छात्र पढ़ रहे हैं. बचपन में सोचते थे संस्कृत क्या काम आएगी, आज महसूस करते हैं कि संस्कृत का भी महत्व है.
तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों पर भी बोले सीएम अशोक गहलोत
वहीं तृतीय श्रेणी शिक्षकों के ट्रांसफर को एक बड़ा इशू बताते हुए उन्होंने शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला और शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान को कहा कि कैंसर, किडनी पेशेंट, दिव्यांग और जेन्युअन केस की लिस्ट बनाई जाए. बाकि ट्रांसफर पॉलिसी से ही शिक्षकों को फायदा मिलेगा. इससे उन्हें पता होगा कि उनका ट्रांसफर कब होना है. इस दौरान सीएम ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नीति बनाने के बाद ही होंगे. साथ ही उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षक सरकार की योजनाओं को गरीब, वंचित तक पहुंचा सकते हैं.
बच्चों से इसका सर्वे करवा सकते हैं, और वैसे भी बच्चों से सोशल वर्क करवाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि 1.82 करोड़ परिवार ने गारंटी कार्ड लिए हैं. लेकिन सरकार का मिशन है कि एक भी परिवार वंचित नहीं रहे. आखिर में उन्होंने कहा कि शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य न कराएं इस पर भी ध्यान दे रहे हैं. यदि सरकार दोबारा आई तो शिक्षकों का काम हल्का किया जाएगा. इस दौरान सीएम ने बताया कि जब मंत्रियों को विभाग देने की बात आती है तो सारे मंत्री यही कहते हैं कि शिक्षा विभाग मत देना. लेकिन बीडी कल्ला शिक्षकों को पटाकर रखते हैं. वैसे भी शिक्षकों से लोहा लेना बड़ा मुश्किल काम है.
कार्यक्रम में हुआ 150 शिक्षकों का सम्मान
वहीं राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री डॉ बी कल्ला, शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान, तकनीकी शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग और उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान 149 शिक्षकों का सम्मान किया गया. इन में कक्षा 9 से 12 तक के 50, कक्षा 6 से 8 तक के 45 और कक्षा 1 से 5 तक के 49 शिक्षकों को सम्मानित किया गया. इसके अलावा पांच विशिष्ट शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया. हालांकि शिक्षकों को पहले सभागार के गेट पर सर्टिफिकेट दिए गए बाद में शिक्षकों की अपील पर मंच पर बुलाकर सीएम ने उन्हें सम्मानित किया. इस दौरान वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स लंदन की ओर से स्कूलों में संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन करने और गुड टच बेड टच के रिकॉर्ड सेशन पर बने वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट भी दिया गया.
सीएम अशोक गहलोत ने दी शिक्षा विभाग को कई सौगात
इससे पहले कार्यक्रम में शाला दर्पण शिक्षक एप, शाला संबल 2.0 एप, स्कूल आफ्टर स्कूल प्रोग्राम, रोबोटिक्स लैब, मिशन स्टार्ट, राजस्थान स्टेट ओपन कंप्यूटीकरण प्रोग्राम की भी शुरुआत की गई. साथ ही विभिन्न प्राइवेट संस्थानों के साथ स्कूली छात्रों को ऑनलाइन और हाई स्टडी के लिए एमओयू भी किए गए. वहीं शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने संस्कृति के साथ मिलावट करने वालों से सावधान रहने और सांस्कृतिक प्रदूषण से बच्चों को बचाने के लिए शिक्षकों का आह्वान किया. जबकि शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने ग्रामीण क्षेत्रों में बालिका शिक्षा को एक बड़ी चुनौती बताते हुए, इस पर पार पाने का प्रयास किए जाने की बात कही. बरहाल देखना ये होगा कि क्या ओपीएस,चिरंजीवी जैसी योजनाओं से सरकार इस बार दोबारा रिपीट होगी या एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा का बोलबाला फिर से दिखेगा.
Reporter- SACHIN SHARMA
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