Jaipur News: सचिन पायलट जन संघर्ष यात्रा के पहले दिन की दूरी पूरी होने के बाद मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि जन संघर्ष यात्रा की शुरुआत की. इस यात्रा का मकसद नौजवानों में विश्वास कायम रखें.


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पेपर लीक मामले पर बोलते हुए पायलट ने कहा कि पेपर लीक मामले में तह तक जाना बहुत जरुरी है. जांच से पहले यह कहना इसमें कोई अधिकारी नेता इनवॉल्व नहीं है, गलत है. अजमेर शिक्षा का सेंटर है, हम राजधानी की और जा रहे हैं.


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हम प्रतिशोध की भावना से काम नहीं कर रहे हैं. एक का मकान तोड़ दिया लेकिन कटारा के यहां बुलडोजर क्यों नहीं चला? RPSC का चयन पारदर्शी नहीं है. करप्शन के मुद्दे लंबे समय से उठा रहा हूं. सरकार में 6 से 7 महीने बचे हैं. मैंने अनशन किया. क्या कुछ नहीं किया? इस यात्रा से जनता जुड़ रही हैं. हम सभी को ताकत और हिम्मत मिल रही है. 


वसुंधरा राजे के घोटालों की जांच हो
एक सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि हमने तो वसुंधरा राजे को तब निशाने पर लिया, जब वे सत्ता में थी. उन पर शराब, खान घोटाले के आरोप लगाये, उनकी जांच हो. आगे पायलट ने कहा कि जनता सब जानती है, अमर्यादित भाषा कौन बोलता है, सब जानते हैं?


पद की आकांक्षा का आरोप नहीं लगा सकते 
पायलट ने कहा कि जो मुद्दा उठा रहे हैं, उन्हीं पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं. पायलट ने कहा कि आप सबको अटकलें लगाने की जरूरत नहीं है. मैंने जो बोला, सबके सामने बोला, पद की आकांक्षा का आरोप नहीं लगा सकते हैं. मैंने आरोप वसुंधरा राजे सरकार पर लगाया तो ये पार्टी की अनुशासनहीनता कैसे हो गई? अनुशासनहीनता 25 सितम्बर को हुई.


यह इतिहास में पहली बार हुआ जब आलाकमान के भेजे नेताओं को बेइज्जत किया गया. आगे उन्होंने कहा कि 25 साल में सरकार रिपीट नहीं हुई. सीएम सरकार का फेस होता है, विपक्ष में प्रदेशाध्यक्ष फेस होता है, कहा इस तरह के आरोप लग सकते हैं. मैंने देश के सभी टफ राज्यों में प्रचार किया.