Kirodi Lal Meena : राजस्थान में विधानसभा चुनाव के उद्घोष से पहले सियासी दलों की सक्रियता में जबरदस्त इजाफा आया है, लिहाजा ऐसे में कांग्रेस और भाजपा एक दूसरे के खिलाफ मोर्चाबंदी में जुटी हुई है. इसी बीच पिछले 4 सालों से राजस्थान में विपक्ष की असल भूमिका निभा रहे किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर बड़े आंदोलन का ऐलान कर दिया है. इसके लिए किरोड़ी लाल मीणा ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के मुंडिया गांव को चुना है.


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दरअसल किरोड़ी लाल मीणा ने 18 जुलाई को कर्नल बैंसला के मुंडिया गांव में सभा करने के बाद कूच का ऐलान किया है. किरोड़ी का कहना है कि करौली जिले के बालाघाट क्षेत्र के 23 गांव को गंगापुर सिटी जिले से जोड़ने की तैयारी की जा रही है. इन गांवों के लोग पहले की तरह ही करौली जिले में ही रहना चाहते हैं या फिर दौसा जिले में उन्हें जोड़ा जाए. ग्रामीणों के विरोध के बावजूद सरकार सुनवाई नहीं कर रही है, लिहाजा ऐसे में मैं 18 जुलाई को सभा के बाद कूच करूंगा.


किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सरकार ने 19 जिलें बना तो दिए, एक जिले के गठन के लिए 2000 करोड़ रुपए चाहिए, लेकिन इतना बजट कहां से आएगा. नए जिलों के गठन के लिए तकरीबन ₹50 करोड़ खर्च होंगे. किरोड़ी मीणा का कहना है कि राजस्थान में भ्रष्टाचार पराकाष्ठा पर है, मुख्यमंत्री के बेटे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए, जिसका मामला अब ईडी के पास चला गया है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार के पिछले 4 साल के कार्यकाल में 70 हजार करोड़ का घोटाला हुआ. जल जीवन मिशन, आईटी विभाग में घोटाला उजागर हो चुके हैं.


इसके बाद मीणा ने कहा कि अब तक हजारों करोड़ का घोटाला हुआ है सरकार की पूर्व राजस्थान परियोजना में लगाकर जनता का भला ही कर सकती है. वहीं स्थानीय विधायकों पर भी निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों को खुली छूट दे रखी है, ऐसे में हर एक विधायक खुद मुख्यमंत्री बन बैठा है. मनमर्जी से काम चल रहा है, जनता की भी सुनवाई नहीं हो रही. अपनी सीट बचाने के हिसाब से हर विधायक काम कर रहा है.


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