Lok Sabha Chunav: राजस्थान की 25 सीटों के लिए लोकसभा चुनाव हो चुके हैं.  जानकारों की मानें तो प्रदेश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी टक्कर है. कांग्रेस ने सूबे की अजमेर लोकसभा सीट से रामचंद्र चौधरी (Ramchandra Choudhary) को मैदान में उतारा है.


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बता दें, कि लोकसभा सीट का एरिया बहुत बड़ा होने की वजह से इसमें कई विधानसभाएं होती हैं. ऐसे में कैंडिडेट सोशल मीडिया का इस्तेमाल भी लोगों तक पहुंचने के लिए कर रहे हैं. इस बीच, 'ज़ी मीडिया' ने चुनाव लड़ रहे नेताओं का सोशल स्कोर निकाला है. इसे लीडर सोशल स्कोर (LSS) कहते हैं. इस खबर में अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी का लीडर सोशल स्कोर जानते हैं.


कांग्रेस का नए चेहरे पर दांव



कांग्रेस ने अजमेर सीट से नए चेहरे रामचंद्र चौधरी पर दांव लगाया है. रामचंद्र चौधरी अजमेर में पिछले 30 साल से सरस डेयरी के अध्यक्ष हैं. रामचंद्र चौधरी इससे पहले विधानसभा चुनाव में कई बार अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. हालांकि, उन्हें कभी सफलता नहीं मिल पाई.


किसान नेता की छवि



रामचंद्र चौधरी की इमेज एक किसान नेता के तौर पर रही है. रामचंद्र चौधरी एक जाट हैं और कांग्रेस ने उन्हें टिकट देते हुए इस समीकरण का भी ध्यान रखा है. अजमेर में जाट वोटर अच्छी खासी संख्या में हैं. कांग्रेस की तरफ से रामचंद्र चौधरी के होने से जाट मतों का विभाजन के कयास लगाए जा रहे हैं. इससे कांग्रेस को फायदा हो सकता है.


पहली बार लड़ रहे लोकसभा चुनाव



रामचंद्र चौधरी वैसे तो लोकसभा चुनाव पहली बार लड़ रहे हैं लेकिन विधानसभा चुनाव वह चार बार लड़ चुके हैं. अजमेर के रूरल एरिया में उनकी पकड़ अच्छी मानी जाती है. कांग्रेस में वह कई साल से एक्टिव हैं. रामचंद्र चौधरी ने साल 1990 में पहला विधानसभा चुनाव मसूदा सीट से लड़ा था. 1998 में रामचंद्र चौधरी ने भिनाय सीट से किस्मत आजमाई. फिर साल 2008 में रामचंद्र चौधरी मसूदा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े. इसके बाद 2013 में कांग्रेस ने रामचंद्र चौधरी को टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर गए.


Disclaimer : लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.