Photos: कांग्रेस आलाकमान पहले भी करवा चुका है गहलोत-पायलट में सुलह! हाथ तो मिले पर दिल नहीं
Rajasthan Politics: राजस्थान में साल 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस आलाकमान पूरी तरह से तैयारी में जुट गया है. इसी के चलते सोमवार को सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चल रही तनातनी को खत्म करने के लिए राहुल गांधी ने 4 घंटे की मैराथन बैठक ली. इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज सुखविंदर रंधावा भी मौजूद रहे.
वेणुगोपाल ने किया साथ आने का दावा
आलाकमान की मैराथन बैठक के बाद राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल का कहना है कि बैठक में हम सब ने तय किया है कि विधानसभा चुनाव सभी एकजुट होकर लड़ेंगे. हम बीजेपी के खिलाफ बड़ी जीत भी दर्ज करेंगे. दोनों नेता भी इस बात पर सहमत हैं लेकिन आपको बता दें कि मैराथन बैठक के बाद जब सभी नेता बाहर आए तो मीडिया से बातचीत केवल केवल केसी वेणुगोपाल ने हीं की. सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट से जब सवाल पूछे गए दोनों चुप रहे और मुस्कुराते ही रहे.
कई बार हुई सुलह की कोशिश
बता दें कि साल 2018 से राजस्थान में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है उसके बाद से अब तक कि करीब 9 बार कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच युद्ध विराम लगाने की कोशिश कर चुका है लेकिन कुछ समय बाद ही हालात बिगड़ जाते हैं इस बार भी पार्टी ने दावा किया है कि दोनों के बीच सुलह हो है और मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा.
आज हम आपको गहलोत-पायलट के अंदरूनी विवाद से जुड़ी कुछ अहम तस्वीरें दिखाते हैं-
गहलोत ने जीती सीएम की रेस
यह तस्वीर दिसंबर 2018 की है, जब विधानसभा चुनाव के बाद अशोक गहलोत ने पायलट से 'कौन बनेगा सीएम की रेस' जीती थी.
पायलट ने जताया अविश्वास
यह तस्वीर अगस्त 2020 की है, जब बतौर नेता गहलोत के प्रति अविश्वास जताते हुए पायलट और उनके साथी चले गए थे. लंबे मनमुटाव के बाद अगस्त 2020 में वापसी के बाद केसी वेणुगोपाल के साथ दोनों नेता नजर आए थे.
नवम्बर 2022 में दिल मिले थे या नहीं
यह तस्वीर नवम्बर 2022 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में दाखिल होने के ठीक पहले की कांग्रेस वॉर रूम की तस्वीर है. वॉर रूम से आई इस तस्वीर में वेणुगोपाल के साथ एक बार फिर दोनों नेताओं ने साथ मिलकर हाथ खड़े किए. इस बार हाथ मिले, लेकिन सीधे नहीं, बल्कि वेणुगोपाल के जरिए. दिल तो तब भी मिले थे या नहीं? यह नहीं पता.
रिश्तों में गर्माहट आई या नहीं
सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर के बाहर से एक बार फिर दोनों नेताओं की तस्वीर आई. इस बार भी चेहरे पर तो मुस्कुराहट दिखी, लेकिन बातचीत और रिश्तों में गर्माहट आई या नहीं?
आमने–सामने बैठे दिखे गहलोत और पायलट
कांग्रेस अध्यक्ष के घर एक-दूसरे के आमने–सामने गहलोत और पायलट बैठे दिखे. साढ़े चार साल पहले भी दोनों की तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष के साथ एक तस्वीर आई थी. अबकी तस्वीर में कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व दोनों अध्यक्ष के साथ दिखे हैं. नेताओं के साथ आमने–सामने बैठने का अलग महत्व है. अलबत्ता कांग्रेस में तो कार्यकर्ता मानते हैं कि फील्ड में तो अब तक दोनों एक दूसरे के आमने–सामने ही दिखे हैं.