राजस्थान से मोदी-शाह की गुड बुक में कौन-कौन से नाम जो कैबिनेट 3.0 का हो सकते हैं हिस्सा
Rajasthan News : मोदी सरकार की नई टीम जल्द बनने वाली है. मोदी कैबिनेट 2.0 में राजस्थान से 4 सांसद और एक लोकसभा स्पीकर थे. वजह थी राजस्थान में साल 2019 में बीजेपी ने क्लीन स्वीप कर 25 की 25 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार हालात बदल चुके हैं.
Rajasthan News : मोदी सरकार की नई टीम जल्द बनने वाली है. मोदी कैबिनेट 2.0 में राजस्थान से 4 सांसद और एक लोकसभा स्पीकर थे. वजह थी राजस्थान में साल 2019 में बीजेपी ने क्लीन स्वीप कर 25 की 25 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार हालात बदल चुके हैं.
NDA अलाएंस की बन रही सरकार में सभी गठबंधनों को साथ रखने की कोशिश और राजस्थान में कमजोर प्रदर्शन से ये आसार ज्यादा हैं, कि मोदी कैबिनेट 3.0 में इस बार राजस्थान के चेहरे चार की बजाय 2 ही हो. चलिए बताते हैं आपको कि कौन कौन से नामों पर चर्चा सबसे ज्यादा है और क्यों हैं.
भूपेंद्र यादव
अलवर से जीते भूपेंद्र यादव को नरेंद्र मोदी और अमित शाह का करीबी कहा जाता है. भूपेंद्र यादव हरियाणा के गुड़गांव से आते हैं. ऐसे में आगामी हरियाणा चुनाव को ध्यान में रखें , तो भूपेंद्र यादव के मंत्री बनने के चांस ज्यादा है.
गजेंद्र सिंह शेखावत
तीसरी बार सांसद बने शेखावत को मंत्री बनाकर राजपूतों को खुश किया जा सकता है. साथ ही लोकसभा चुनाव में हार चुके कैलाश चौधरी की जगह मारवाड़ के समीकरण को देखते हुए भी शेखावत को मौका मिल सकता है.
ओम बिरला
लोक सभा स्पीकर रह चुके ओम बिरला ने कोटा-बूंदी सीट से जीत हासिल की है, मोदी और शाह के करीबियों में काउंट होने वाले ओम बिरला को इस बार मंत्री पद मिल सकता है, क्योंकि एनडीए गठबंधन की सहयोगी पार्टियां स्पीकर पद ले सकती हैं.
राव राजेंद्र सिंह
लोकसभा चुनाव 2024 में सबसे रोचक मुकाबला जयपुर ग्रामीण सीट पर था, जहां राव राजेंद्र सिंह ने कांग्रेस के अनिल चोपड़ा को सिर्फ 1615 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है. इस जीत के पीछे झोटवाड़ा से मिले वोटो का हाथ रहा जहां राजपूत वोटर्स ज्यादा हैं
महिमा कुमारी
राजपूत सांसद के रूप में शेखावत और राव राजेंद्र सिंह के अलावा मेवाड़ से महिमा कुमारी का नाम भी चर्चा में हैं. जो सबसे बड़ें मार्जिन से जीती हैं. राजस्थान से इस महिला सांसद को भी कैबिनेट में जगह मिलने के कयास लगाये जा रहे हैं.
अर्जुन राम मेघवाल
अर्जुन राम मेघवाल के कैबिनेट में बने रहने की संभावना ज्यादा है. मेघवाल पहले से ही मोदी और साह की गुड बुक में हैं, तो वहीं मारवाड़ में पैठ और दलित नेता होने के चलते अलग पहचान रखते हैं.