किरोड़ी लाल मीणा ने दिया इस्तीफा, डोटासरा ने कहा-बीजेपी ने किया किरोड़ी का अपमान
Kirori Lal Mina : राजस्थान में 6 जनवरी 2024 को जब किरोड़ी लाल मीणा मंत्री बने थे. तब कहा था कि हम 20 साल का वनवास काट कर आए हैं. लेकिन अब 6 महीने में ही इस्तीफा देकर फिर से किरोड़ी लाल मीणा वनवास पर निकल पड़े हो ऐसा नहीं कहा जा सकता है. मंत्री पद से इस्तीफे के बाद मीणा का बयान तो कुछ और ही इशारा कर रहा है.
Kirori Lal Mina : राजस्थान सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि - मैंने लोकसभा चुनाव चल रहे थे उस दौरान कहा था. जनता के सामने मैंने कहा था की मेरे प्रभाव वाली सीट हार गया. तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा, क्योंकि मेरी जिम्मेदारी बनती हैं. मैंने नैतिकता के आधार पर अपना मंत्री पद से इस्तीफा दिया. मै सीटों को जीता नहीं सका, मैं प्रार्यश्चित और पश्चाताप कर रहा हूं. मैंनें जिन लोगों का दिल तोड़ा है वो विमुख हो गए,इसका मुझे दुख हैं. आंधी,तूफान,नदी विकट परिस्थितियों में जनता के साथ खड़ा रहा हूं.
हम हार गए, ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी- किरोड़ी लाल मीणा
मीणा ने कहा कि जनता विमुख हो गई,विशेष कर एसटी के लोग. पूर्वी राजस्थान की सात में से तीन सीट हम हार गए. करौली-धौलपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर हम हार गए . जहां मैंने सबसे ज्यादा आंदोलन किए, तो मैरी नैतिक जिम्मेदारी बनती हैं. मैंने घोषणा की थी उसके अनुसार मैं मंत्री पद पर नहीं रहूं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को मिलकर, लिखकर कह दिया हैं.
भरोसा दिया गया है जो काम दोगे मैं आपके साथ मजबूती के साथ खड़ा रहूंगा. संगठन का काम मजबूती के साथ करता रहूंगा. पार्टी और मुख्यमंत्री जो जिम्मेदारी देंगे. पूरी निष्ठा के साथ परिश्रम की पराकाष्ठा करके पार्टी को मजबूत करूंगा.
आवाज हमेशा और बराबर उठती रहेगी - डॉ. किरोड़ी लाल मीणा
डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि आवाज हमेशा और बराबर उठती रहेगी. RAS की परीक्षा मैंने इस सरकार में स्थगित करवाई थी. पिछली सरकार नें गड़बड़ी के पत्र सीएम को मैंने लिखे थे, उसकी एसओजी की जांच हो रही है. जलजीवन मिशन सीबीआई को दे दिया गया है.
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद से ही डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने सरकारी सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं किया था. जिससे ये कयास लगाये जा रहे थे. वो जल्द इस्तीफा देने वाले हैं. सोशल मीडिया पर किरोड़ी लाल मीणा के रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई - quote के बाद तो ये साफ ही हो गया था. कि डॉ किरोड़ी लाल मीणा अपना वचन निभाने वाले हैं.
आपको बता दें कि बीजेपी की 4 सीटों भरतपुर, धौलपुर-करौली, दौसा और टोंक-सवाईमाधोपुर में चुनावों में हुई हार के बाद से विरोधियों की तरफ से किरोड़ी को उनके वचन याद दिलाये गये थे और इस्तीफा देने की मांग की जा रही थी. दरअसल किरोड़ी को चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने दौसा समेत 7 सीटों की जिम्मेदारी दी थी. लेकिन यहां हार मिली.
अब किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. किरोड़ी ने कहा कि सभी सरकारी सुविधाओं से दूरी बनाई हुई है. मैनें पहले ही जनता के बीच एलान कर दिया था. वीटी रोड पर शंकराचार्य निश्चलानंद जी के कार्यक्रम डॉ किरोड़ी लाल मीणा दिखे.
इधर इस मामले पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि बीजेपी ने किरोड़ी लाल मीणा का अपमान किया है. हालांकि आपको याद दिला दें कि डोटासरा ने पहले कहा था कि मैं किरोड़ी लाल मीणा को जानता हूं, वो थूक कर चाटने वालों में नहीं हैं. अपनी बात के पक्के हैं. अगर उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा की है तो जरूर ही देंगे.
किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर किसने क्या कहा -
अशोक चांदना
किसी भी लीडर ने जो बात कही है वह उसे पूरी करनी चाहिए.
पूसाराम गोदारा
रतनगढ़ विधायक पूसाराम गोदारा बोले - किरोड़ी लाल मीणा हर बार इसी तरह मंत्री पद से इस्तीफा देकर ड्रामा करते हैं. कांग्रेस पार्टी के निर्धारित कार्यक्रम के हिसाब से हम सदन में सरकार को घेरेंगे .क्यों किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया इस पर भी जवाब लेंगे.
महेंद्रपाल मीणा
किरोड़ी लाल के इस्तीफे पर मैं की बोलूं?. कहा - सरकार में और समाज में किरोडीला का बड़ा नाम है.