Rajasthan Politics : नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने विधायक मुकेश भाकर के निलंबन पर कड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, तब से लोकतंत्र में काले अध्याय जुड़ते जा रहे हैं. उन्होंने इसे लोकतंत्र पर एक और काले अध्याय के रूप में देखा. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सरकार भारत में बांग्लादेश जैसे हालात पैदा करना चाहती है.


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जूली ने कहा कि भारत की खूबसूरती इस बात में है कि कांग्रेस ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को बचाकर रखा, लेकिन भाजपा अब उस संविधान को कमजोर करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्ष दबने वाला नहीं है और वे राज्यपाल से भी मिलेंगे. टीकाराम जूली ने कहा कि उनका कार्यकर्ता गांव-गांव तक जाएगा और संविधान की रक्षा करेगा.



टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि विधानसभा में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा को विपक्ष की जरूरत ही नहीं है. जूली ने कहा कि कल भी उनकी बात को नहीं सुना गया था, जबकि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर लिखित में प्रस्ताव भी दिया था. इसके बावजूद, उस पर कोई फैसला नहीं लिया गया.


उन्होंने आगे कहा कि अगर उनके सदस्य ने कोई गलती की है, तो वह सजा भुगतने को तैयार हैं. लेकिन, बिना किसी वोटिंग के विधायक मुकेश भाकर को निलंबित कर दिया गया, जो कि विधानसभा की नियम प्रक्रियाओं के विपरीत है. जूली ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष ने बातचीत के लिए कोई प्रयास नहीं किया और विपक्ष को जानबूझकर इग्नोर किया गया.



टीकाराम जूली ने कहा कि सदन में विपक्ष को इग्नोर करना पहली बार देखा गया है और आज भी निलंबन के मामले में सदन में वोटिंग नहीं करवाई गई. उन्होंने भाजपा सरकार पर विधानसभा की नियम प्रक्रियाओं का पालन न करने का आरोप भी लगाया.


अंत में, उन्होंने सरकार से स्पष्ट करने की मांग की कि संसदीय कार्य मंत्री के बेटे को AAG क्यों नियुक्त नहीं किया गया और नए नियम आने के बावजूद पुराने नियमों से नए अधिवक्ताओं की नियुक्ति क्यों नहीं की गई.


मुख्यमंत्री के रात्रि भोज और सावरकर फिल्म का बहिष्कार



टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों के लिए आयोजित रात्रि भोज और सावरकर पर आधारित फिल्म का बहिष्कार करते हुए कहा कि वह सावरकर की फिल्म न आज देखेंगे, न कल. उन्होंने कहा कि अगर गांधी जी पर फिल्म दिखाई जाएगी, तो वे जरूर जाएंगे. जूली ने कहा कि जिस प्रकार का रवैया भाजपा सरकार का रहा है, उसके चलते वे इस फिल्म को देखने नहीं जाएंगे.


विधायक मुकेश भाकर ने दी प्रतिक्रिया


विधायक मुकेश भाकर ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली बोल रहे थे, तब उन्हें रोकने की कोशिश की गई, और इस पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. भाकर ने आरोप लगाया कि जब मंत्री बोल नहीं पा रहे थे, तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बचाने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले रखी थी. उन्होंने कहा कि सदन की स्थिति सड़क पर झगड़े जैसी हो गई थी.