Udaipur: लेकसिटी उदयपुर में आज 9वें राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ भारत क्षेत्र सम्मेलन का आगाज हुआ. सम्मेलन में दो दिन तक लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती, जनप्रतिनिधियों को अधिक उत्तरदायी बनाने, डिजिटल सशक्तिकरण से गुड गवर्नेंस जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर मंथन किया जाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीपीए भारत क्षेत्र सम्मेलन के पहले दिन आज सुबह होटल ताज अरावली में सीपीए कार्यकारी समिति की बैठक हुई.  इसके पश्चात सभी अतिथि होटल अनंता पहुंचे.  वहां उद्घाटन सत्र हुआ.  लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर सम्मेलन का शुभारंभ किया. 


सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि राजस्थान की धरती अध्यात्म और समर्पण की धरती है.  मेवाड़ का महत्व पूरे विश्व में है.  उन्होंने बताया कि वर्ष 1911 में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की स्थापना हुई थी, तब इसमें 57 देश थे.  इसके बाद निरंतर इसका विस्तार होता गया.  इस संघ ने लोकतांत्रिक संस्थाओं को सुदृढ़ करने में अभूतपूर्व योगदान दिया है.  उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र मजबूत है, यहां सदियों से लोकतंत्र की परंपरा रही है.  आज देश की आबादी विश्व में सबसे अधिक है.  इसके अलावा हम सबसे बड़ा लोकतंत्र भी हैं.  देश में काफी विविधता विद्यमान है.  जिस वजह से हमारी चुनौती और बढ़ जाती है.  बिरला ने कहा संसदीय संस्थाओं में संवाद का स्तर गिरा है, सदन में गरिमा जरूरी है.  कई विधानसभाओं ने पेपरलेस होने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं और कई विधानसभा अपने कार्यवाहियों को ऑनलाइन कर रही है जो अच्छा कदम है. 


लोकतांत्रिक प्रणाली को मिल रही मजबूती 



सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सीपीए इंडिया लोकतांत्रिक प्रणाली की मजबूती के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर विचारों और नवाचारों से लोक कल्याण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.  सम्मेलन के जरिए विशेषज्ञों के विचारों से जनप्रतिनिधियों का ज्ञानवर्द्धन होगा, जिससे हमारा लोकतंत्र और सुशासन अधिक मजबूत होगा.  उन्होंने सीपीए राजस्थान शाखा की मेजबानी में हुए सम्मेलन में कहा कि डिजिटल युग में लोकतंत्र की मजबूती, गुड गवर्नेंस और देश निर्माण में जनप्रतिनिधियों की भूमिका के लिए सम्मेलन उपयोगी साबित होगा.  मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी द्वारा देश में कम्प्यूटर इस्तेमाल को मिशन मोड पर लिए जाने से ही आज गुड गवर्नेंस सुनिश्चित हो सकी है.  इसमें सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.  उन्होंने राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सी.पी. जोशी द्वारा राजस्थान में सीपीए की गतिविधियों और विधानसभा में किए गए अभिनव प्रयासों की भी सराहना की.  


राजस्थान बना अग्रणी राज्य- सीएम गहलोत


siem गहलोत ने कहा कि आईटी का योजनाओं में सर्वश्रेष्ठ उपयोग और नए इनोवेशन करने में राजस्थान देश में अग्रणी राज्य बन गया है.  राजस्थान में सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने में आईटी की बड़ी भूमिका है.  लगभग 80 हजार ई-मित्र केंद्रों से 550 से अधिक सेवाओं को आमजन तक पहुंचाया जा रहा है.  मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, गैस सिलेंडर सब्सिडी, इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना का सीधा लाभ भी आईटी से ही सम्भव हुआ है.  मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में राजीव गांधी फिनटेक डिजिटल इंस्टीट्यूट, राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के जरिए प्रदेश में इनोवेशन हब विकसित किया जा रहा है.  राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी और गिग वर्कर्स कानून भी राज्य में आईटी से ही आगे बढ़ रहे हैं.  उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में 350 से अधिक वीडियो कॉन्फ्रेंस करके ही राजस्थान कोविड मैनेजमेंट में देश-दुनिया में मॉडल स्टेट बना. 


विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी ने सीपीए के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला.  उन्होंने कहा कि सीपीए का मुख्य उद्देश्य प्रजातंत्र को सुदृढ़ बनाना है.  इसके माध्यम से संसद प्रमुख तथा विभिन्न राज्यों की विधायिका के प्रमुख, जनप्रतिनिधिगण आदि मीलकर लोकतंत्र की मजबूती के लिए मंथन करते हैं.  कॉमन नीति बनाकर उस पर अमल करते हैं, इससे लोकतंत्र को सुदृढ बनाने में मदद मीलती है.  उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया, भेरोसिंह शेखावत आदि ने पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी के लिए जो कार्य किये है वे अनुकरणीय हैं.  इस कॉन्फेंस के लिए उदयपुर का चयन होना गौरव की बात है.  उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र के माध्यम से हमने देश को आगे बढ़ाने का कार्य किया है.  जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सदन पूरा चले और सदन प्रभावशाली होगा तो नीतियां बनेगी और राष्ट्रहित में उपयोगी साबित होगी.  सदन पूरा नहीं चलता तो इससे देश और लोकतंत्र दोनों को नुकसान होता है.  सीपीए के माध्यम से उन नीतियों पर मंथन होगा कि सदन को कैसे सुगमतापूर्वक चलाया जाए, ताकि आमजन के हितों के मुताबिक नीति-नियमों का निर्धारित किया जा सके. 


नए युग में बढ़ा टेक्नोलॉजी का रोल - उपसभापति


राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि आज के युग में टेक्नोलॉजी का रोल बढ़ा है.  आज की दुनिया तकनीक से संचालित है.  भारत के पास तेज गति से बढ़ने का अवसर है.  तकनीक से ट्रांसपरेंट प्रशासन बना है और भ्रष्टाचार कम हुआ है.  आज देश में रेवेन्यू रिकॉर्ड ऑनलाइन हो रहे हैं.  आईटीआर रिटर्न में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है.  हाल ही में जी-20 सम्मेलन में भी डिजिटल इकोनामी पर चर्चा हुई है.  हम सभी को चाहिए कि एक दूसरे के प्रयोगों से सीखें.  हम सभी को एक दूसरे की क्षमता संवर्धन में कार्य करना है. 


ये भी पढ़ें...


दीदी के देवर पर आया दिल, भाग कर की शादी तो दुश्मन हुआ जमाना


सीपीए मुख्यालय के चेयरपर्सन इयान लिडेल ग्रेंजर ने कहा कि राजस्थान की धरती पर आना एक अच्छा अवसर है.  हम सभी एक परिवार हैं.  सीपीए सम्मेलन के दौरान हम सभी को एक दूसरे के विचारों को साझा करते हुए सीखने का अवसर मीलेगा.  उन्होंने कहा कि आज विश्व के सामने आतंकवाद, सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियां विद्यमान है.  उन्होंने कहा कि उन्हें यहां का आथित्य सत्कार बहुत पसंद आया.  विचारों को साझा करना निरंतर जरूरी है, यही आपकी सफलताएं तय करता है और इसी से समस्याओं का समाधान मीलता है. 


राजस्थान दे रहा विविधता में एकता का संदेश - राजेंद्र राठौड़ 


समारोह को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान विविधता में एकता का संदेश देता है.  देश का लोकतंत्र गत वर्षा में मजबूत हुआ है.  देश की भलाई के लिए राज्यों के मध्य समन्वय जरूरी है. सीपीए राजस्थान के सचिव संयम लोढ़ा ने अंत में सभी का आभार व्यक्त किया और राजस्थान सी के द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला. 


सम्मेलन में लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह और राजस्थान विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा सहित देश की विभिन्न विधानसभाओं के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, विधान परिषदों के सभापति, उपसभापति, सचिव, राजस्थान सरकार के मंत्रीगण और विधायकों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे. 


समारोह में अतिथियों ने राजस्थान विधानसभा में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा द्वारा आयोजित किए गए विविध कार्यक्रमों और कार्यशालाओं पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया गया.  इसी प्रकार कार्यक्रम में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के कार्यक्रमों पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री का भी प्रदर्शन किया गया.