प्रतापगढ़ में रिकवरी रेट से दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहा लंपी वायरस, 15 गायों की मौत
विभाग की ओर से संक्रमित गायों के उपचार के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. साथ ही पशु पालकों से अपील की जा रही है कि वह संक्रमित गायों को खुले में नहीं छोड़े तथा चिकित्सकों की देखरेख में उपचार करवाएं.
Pratapgarh: प्रदेश के साथ अब प्रतापगढ़ जिले में भी लंपी संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा तेजी के साथ बढ़ने लगा है. शुक्रवार को बीते 24 घंटों में लंबी संक्रमण से 15 गायों की मौत होने के बाद यह आंकड़ा 112 तक जा पहुंचा है.
साथ ही 637 गायों में लंपी स्किन संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसी के साथ जिले में लंपी से संक्रमित होने वाली गायों का आंकड़ा भी बढ़कर 8106 तक जा पहुंचा है.
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पशुपालन विभाग की ओर से संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीनेशन अभियान भी चलाया जा रहा है. वैक्सीनेशन अभियान के नोडल प्रभारी डॉ जयप्रकाश परतानी ने बताया कि लंबी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए विभाग की ओर से चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान के तहत बीते 24 घंटों में 4509 गायों को गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई गई. इसी के साथ जिले में वैक्सीनेशन का आंकड़ा 81456 तक जा पहुंचा है. साथ ही बीते 24 घंटों में 286 गाय उपचार के बाद ठीक हुई है. रिकवर होने वाली गायों का आंकड़ा बढ़कर 2273 तक जा पहुंचा है.
विभाग की ओर से संक्रमित गायों के उपचार के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. साथ ही पशु पालकों से अपील की जा रही है कि वह संक्रमित गायों को खुले में नहीं छोड़े तथा चिकित्सकों की देखरेख में उपचार करवाएं. चिंता की बात यह है कि लंपी संक्रमण का आंकड़ा रिकवरी रेट के मुकाबले दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है.
Reporter- Vivek Upadhyay