Pratapgarh: प्रतापगढ़ में शनिवार देर रात को धरियावद वन क्षेत्र के पाल पंचायत के वन क्षेत्र में नाकाबंदी कर रहे वन कर्मियों पर बजरी माफियाओं ने हमला बोल दिया. इस घटना में 10 से 12 फॉरेस्ट और होमगार्ड के कर्मचारी घायल हुए हैं.


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वन क्षेत्र के मांडकला चौकी पर रात्रि गश्त के दौरान वहां से गुजर रहे बजरी से भरे ट्रैक्टर को रोकने पर बीट इंचार्ज दिलीप चरपोटा को अपना रुतबा दिखाते हुए खुद को धरियावद के जग्गू भाई की गैंग का होना बताकर ट्रैक्टर को रोके जाने पर जान से मारने की धमकी देने लगा.


बीट इंचार्ज द्वारा बजरी से भरे ट्रैक्टर जप्त करने के प्रयास किए गए तो बजरी माफिया ने बीट इंचार्ज पर हमला कर वहां से फरार हो गए.देर रात जब विभाग की टीम ने जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया तो बजरी माफिया गैंग के 25 से 30 लोग इकट्ठे होकर वन विभाग की टीम पर धावा बोलने पंहुच गए.


 इस मामले में 10 से 12 फॉरेस्ट कर्मचारी और होमगार्ड के जवान घायल हुए हैं. बजरी माफिया ने केवल फारेस्ट कर्मचारियों के साथ मारपीट ही नहीं की बल्कि फॉरेस्ट के 4 जावानों को उन्हीं के उड़न दस्ते में बंदी बनाकर जंगल के बीच लेकर पहुंच गए.यहां फारेस्ट कर्मियों के साथ मारपीट और उनके कपड़े उतार कर जंगल में अपना राज कायम कर फारेस्ट कर्मियों को डराने लगे.


देर रात जंगल में सर्च कर पुलिस की धरियावद टीम ने फॉरेस्ट के इन जवानों को बजरी माफिया उसे छुड़वाया. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक बजरी माफिया को गिरफ्तार भी किया है.


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