Pratapgarh news: प्रतापगढ़ पुलिस एक के बाद एक लगातार बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे रही है. इसी कड़ी में साइबर सेल ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए करोड़ों रुपए की संदिग्ध राशि को फ्रीज करवाया है. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भिजवाया है. इस मामले का मुख्य आरोपी देश से बाहर बैठकर इस पूरे गोरखधंधे को ऑपरेट कर रहा है. इसके साथ ले इस मामले के तार देश के अन्य राज्यों से भी जुड़े हुए हैं.

 

पुलिस आईपीएल और क्रिकेट पर सट्टा लगाने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करती रहती है लेकिन इन मामलों में पुलिस के हाथ सिर्फ राशि का हिसाब किताब ही हाथ लगता है लेकिन प्रतापगढ़ पुलिस ने ऐसी गैंग का खुलासा किया है जो भोले भाले लोगों को झांसे में लेकर उनके नाम से बैंक में खाता खुलवा कर लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन कर सट्टे के खेल को अंजाम दे रहा था. एसपी अमित कुमार ने बताया कि साइबर सेल को सरकारी योजनाओं के तहत पैसे डलवाने के नाम पर बैंक में खाता खुलवाने और उसमें ज्यादा ट्रांजैक्शन होने की रिपोर्ट एक परिवादी द्वारा दी गई थी. 

 

इस रिपोर्ट पर प्रतापगढ़ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए छोटी सादड़ी डीएसपी मनीष गुर्जर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने सरकारी योजना के तहत पैसों का लालच देकर कई लोगों के नाम से बैंक में खाते खुलवाएं और उनके नाम से सिम कार्ड भी जारी करवाएं. पुलिस की जांच में इस प्रकार के 80 से ज्यादा मामले सामने आए. इस पर साइबर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन खातों को संदिग्ध मानते हुए फ्रीज करवा दिया.

 


 

इसके साथ ही उन खातों को भी फ्रीज करवा दिया जिनमें इन खातों से राशि ट्रांसफर की गई थी. अमित कुमार ने बताया कि इन खातों की जांच में सामने आया कि यह रकम आईपीएल सट्टा और अन्य संदिग्ध कार्यों से जमा की गई थी. इन खातों पर पूर्व में अन्य राज्यों से भी फ्रॉड संबंधित शिकायत प्राप्त हुई थी. पुलिस ने इन सभी खातों को डेबिट फ्रीज करवा कर अभी तक दो करोड़ 72 लाख 96 हजार 622 रुपए की संधि रकम को होल्ड करवाया है. पुलिस ने इस मामले में खाता खुलवाने वाले चारों को गिरफ्तार कर इस मामले की सूचना ईडी को भी दी है. 

 

इस मामले में अब अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इतनी बड़ी राशि के साथ सत्य से जुड़ा यह संभवत है प्रदेश का पहला मामला है. एसपी अमित कुमार ने बताया कि इन चार आरोपी में एक आरोपी रतलाम का रहने वाला है. जो मुख्य आरोपी सामने आया वह भी रतलाम का रहने वाला है जो अभी देश से बाहर रहकर इस गोरखधंधे को ऑपरेट कर रहा है. जो अकाउंट फ्रीज हुए हैं उसमें बहुत सारे अकाउंट दूसरे राज्यों के है. साथ ही अकाउंट का विश्लेषण किया गया तो यह तथ्य भी सामने आई कि से बहुत सारे ऐसे अकाउंट भी हैं जिनकी कई अन्य राज्यों में कई सारी साइबर कंप्लेंट है.

REPORTER- HITESH UPDHYAY