Pratapgarh News: कवि गीतकार गोपालदास नीरज की 100वीं जयंती के मौके पर प्रतापगढ़ में पेंशनर समाज के बैनर तले पेंशनर भवन में ‘’कांरवा गुजर गया-नीरज गीत गंगा’’ समारोह आयोजित किया गया. समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सहायक मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शत्रुघ्न शर्मा मौजूद रहे.


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मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शत्रुघ्न शर्मा ने कवि गीतकार गोपालदास नीरज की 100वीं जयंति पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि हिंदी के प्रसिद्ध कवि और गीतकार गोपालदास नीरज को जब हम याद करते हैं. सालों पहले उन्होंने जो सब लिख दिया, वह आज के माहौल से जुदा नहीं है.


इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पेंशनर समाज के जिलाध्यक्ष मगनीराम सुथार ने कहा कि पेंशनर समाज का सौभाग्य है कि देश के ख्यातनाम कवि एवं गीतकार गोपालदास नीरज के लिखे हुए गीतों को स्थानीय कलाकारों के माध्यम से उनके 100वें जन्मदिन को यादगार बनाया. इस का श्रेय कार्यक्रम के संयोजक जगदीशचन्द्र शर्मा और उनकी पूरी टीम को जाता है.


कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि पेंशनर समाज के महामंत्री दुर्गाप्रसाद सौलंकी ने गोपालदास नीरज को याद करते हुए कहा कि कवि सम्मेलनों में निराला, बच्चन, दिनकर, माखनलाल चतुर्वेदी, शिवमंगलसिंह सुमन और गोपालसिंह नेपाली जैसे दिग्गज हिंदी कवियों की तरह उनकी शख्सियत और शब्दावली का भी अपना-सा प्रभाव था.


नीरज के लिखे गीतों पर स्थानीय गायक कलाकारों ने गाने प्रस्तुत किए तो स्थानीय कवियों ने उनकी रचना प्रस्तुत कर कार्यक्रम को रौचक बना दिया. कार्यक्रम के सूत्रधार एवं संचालन जगदीश शर्मा ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रतापगढ़ का सौभाग्य रहा है कि कालजयी गीतों के रचयिता कवि गोपालदास नीरज 4 बार प्रतापगढ़ में अपनी प्रस्तुति दे चुके है.


कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण व द्वीप प्रज्जवलन किया गया, तत्पश्चात अतिथियों एवं स्थानीय कलाकारों का स्वागत किया. कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के गीत से स्थानीय कलाकार कांठल केसरी रमाकांत अलबेला व मॉडल विद्यालय नागदेड़ा की छात्रा सुश्री भारती पटेल द्वारा प्रस्तुत गीत से हुई.