66 साल पुराना भवन, बच्चों को स्कूल जाने से क्यों लगता है डर
राजसमंद के नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में आने वाली देलवाड़ा तहसील के सरकारी स्कूल का शिलान्यास पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया के द्वारा किया गया था.
Rajsamand: राजसमंद के नाथद्वारा विधानसभा क्षेत्र में आने वाली देलवाड़ा तहसील के सरकारी स्कूल के बच्चे इन दिनों काफी परेशान नजर आ रहें हैं. बच्चों की परेशानी यह है कि पढ़ाई के वक्त यदि बारिश होती है तो उनके कक्षाओं में बारिश का पानी टपकता है, जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई चौपट होने के साथ साथ पुस्तकें भी खराब हो जाती हैं. जानकारी के अनुसार स्कूल का भवन लगभग 66 साल पुराना है, हाई स्कूल के रूप में इस विद्यालय भवन का वर्ष 1956 में शिलान्यास किया गया था और 1959 तीन वर्ष के बाद में 9 कमरों वालों भवन बनकर तैयार हुआ था. लेकिन अभी के हालात ऐसे हैं कि स्कूल के चोरों और कोई चार दीवारी नहीं है, जिसके चलते कक्षों के बाहर तक मवेशी पहुंच जाते हैं.
बता दें कि देलवाड़ा तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत देलवाड़ा के मुख्य बस स्टैंड हाईवे के पास में राजकीय उच्च माध्यमिक बना हुआ है. इस विद्यालय का शिलान्यास पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया के द्वारा किया गया था लेकिन आज इसकी स्थिति ऐसी है कि इसे कोई भी संभालने वाला नहीं हैं. बच्चों और स्थानीय लोगों का कहना है कि इसकी शिकायत पूर्व में कई जनप्रतिनिधियों से की गई लेकिन अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई. मौजूदा समय में रिपेयरिंग के अभाव में विद्यालय के कक्ष जर्जर स्थिति में है, ऐसे में बच्चों को स्कूल के जाने से डर लगता है. प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. बारिश के दिनों में पढ़ाई चौपट होने की वजह से आक्रोशित विद्यार्थियों ने देलवाड़ा तसीलदार हुकुम कंवर को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष व नाथद्वारा से विधायक सीपी जोशी के नाम ज्ञापन सौंपाकर और जल्द विद्यालय के भवन की मरम्मत करवाने की मांग की है.
Reporter - Devendra Sharma
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