Rajsamand news: वैष्णव संप्रदाय की प्रधान पीठ श्रीनाथजी मंदिर में अंकूट के हुए दर्शन,देश-विदेश से आए श्रद्धालुओ ने अंकूट के किए दर्शन,आदिवासी समाज द्वारा अन्नकूट लूटे जाने के दर्शनों के लिए लगा जमावड़ा,


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श्रीनाथजी की नगरी नाथद्वारा में 350 वर्षों पुरानी परंपरा अनुसार गोवर्धन पूजा व खेंखरा मनाया गया. तो वहीं वैष्णव संप्रदाय की प्रधान पीठ श्रीनाथजी मंदिर में अंकूट के दर्शन किए गए. इस दर्शन के लिए मंदिर हॉल में श्रद्धा का सैलाब उमड़ा. इसे देखने के लिए हर वर्ष देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं और अंकूट के दर्शन करते हैं.  इस मंदिर में पुरानी परंपरा चली आ रही है कि आदिवासी समाज द्वारा अन्नकूट प्रसाद लूटा जाता है और प्रसाद लूटे जाने के दर्शनों के लिए भी जमावड़ा लगता है.


अन्नकूट का उत्सव
 श्रीजी हवेली में वर्षो पुरानी पुष्टिमार्गीय परम्परानुसार दीपावली के दिन मंदिर में गोमाता आती हैं और कान जगाई की रस्म पूरी की जाती है, इसके चलते नाथूवास स्थित गोशाला से गौमाता मंदिर पधारी और कान जगाई की रस्म अदा की गई. तो वहीं अन्नकूट का उत्सव भी मनाया गया. बता दें कि दोपहर बाद गोशाला से पधारी गायों को ग्वालबालो द्वारा खूब रिजया ओर खिलाया गया. फिर शाम के समय गाये गोवर्धन पूजा के लिए मंदिर के अंदर लाइ गयी.


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चावल और अन्य सामग्रियों का भोग


जहां पर महाराज ने उनका पूजन किया और उनके कान में अगले साल जल्दी आने की विनती की जिसके बाद गोबर से बने गोवर्धन को गौमाता के पैरों से कुचलवाया गया. इसके बाद वर्षो पुरानी परंपरा के अनुसार श्रीनाथजी को चावल और अन्य सामग्रियों का अन्नकूट का भोग लगाया गया. 


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