Gangaur Mahotsav vulgar dance News: राजसमंद जिले के  प्रभु श्री द्वारिकाधीश की नगरी कहे जाने वाले नाथद्वारा में धार्मिक कार्यक्रम के दौरान शनिवार को आयोजित फूहड़ डांस  चर्चा का विषय बन गया है. यह आयोजन  राजसमंद नगर परिषद ने गणगौर महोत्सव के कार्यक्रम के तहत आयोति  किया था, जिसे स्थानीय नागरिकों ने विवादित माना है. 


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उनका कहना है कि, धार्मिक कार्यक्रम के समय मर्यादा का पालन किया जाना चाहिए.  इस तरह के फूहड़ डांस को प्रभु श्री द्वारकाधीश की नगरी में कभी भी  नहीं किया जाना चाहिए.  


बता दें कि हर साल गणगौर महोत्सव के दौरान राजसमंद नगर परिषद लगभग 65 से 70 लाख रुपए खर्च करती है, इस बार भी महोतस्व के लिए  नगर परिषद  ने कोई कोर नसर नहीं छोड़ी थी , लेकिन इस तरह का आयोजन  लोगों को रास नहीं आया और उनका का कहना है कि, ऐसे कार्यक्रमों में कटौती करके इसे नगर के विकास में लगाना चाहिए. 


गौरतलब है कि   देर रात तक चले गणगौर महोत्सव के दौरान आयोजित फूहड़ डांस को देखकर उसमें शामिल हुई महिलाएं और गणमान्य व्यक्ति शर्मसार हो गए. साथ ही जिले में लोकसभा चुनाव 2024 के चलते  लगी आदर्श आचार संहिता का भी माखौल उड़ाया गया. 


वही दूसरी तरफ  इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन पर नगर के गणमान्य गोविंद औदिच्य ने विरोध जहिर करते हुए कहा कि , इस तरह का कार्यक्रम किसी भी हालत में आगे से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.


 इसी के साथ, गणगौर महोत्सव के 40 साल पुराने आयोजक जयसिंह राणावत ने बताया कि गणगौर महोत्सव भगवान शिव पार्वती से जुड़ा एक महत्वपूर्ण पर्व है, और इसके कार्यक्रमों में मर्यादा का पालन करना चाहिए. कांकरोली में गणगौर की सवारी जनता मंच के समय से निकल रही है और तभी से मैं इस सेवा कार्य में लगा हुआ हूं. इस तरह की चीजें जब सामने आती है तो मुझे ही नहीं लोगों को भी बहुत बुरा लगता है.


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