Bhim, Rajsamand: प्रदेश की गहलोत सरकार बचत, राहत और बढ़त के बजट की त्वरित पालना को लेकर गंभीर नजर आ रही है. सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रतिदिन जनहित को लेकर निर्णय ले रहे हैं. तो वहीं भीम विधायक सुदर्शन सिंह रावत पंचायत समिति के बाहर हुई जनसुनवाई में गंभीर नजर आए. विधायक रावत ने लंबे समय समय से पेंडिंग पड़े विरासत के नामांतरण नहीं होने की बड़ी तादाद में आई शिकायतों को लेकर एक एक पटवारी की क्लास लगाई. 


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महात्मा गांधी नरेगा में श्रमिक कारीगर मैट मजदूरी भुगतान को लेकर ग्राम विकास अधिकारियों की ना सिर्फ क्लास लगाई बल्कि कई प्रकरणों में लताड़ भी लगाई. विधायक रावत के उपखण्ड अधिकारी तहसीलदार एवं विकास अधिकारी भीम को अपने अपने अधीन कार्मिकों के स्तर पर भुगतान के पेंडिग पड़े प्रकरणों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए.


विधायक ने स्थानीय निधि डीएमएफटी सहित अन्य विकास मद में स्वीकृत विकास कार्य में निर्माण पेंडिंग, निर्माण गति धीमी होना और निर्माण उपरांत भी भुगतान नहीं होना जैसे प्रकरणों में भी वीडीओ को लताड़ लगाकर भुगतान के निर्देश दिए. इस दौरान विधायक रावत ने कहा कि किसी का कोई भुगतान अटकना नही चाहिए. जनसुनवाई के दौरान विधायक रावत द्वारा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा प्रदत करीब 1 दर्जन दिव्यांगजनों को ट्राई साईकिल एवं श्रवण यन्त्र वितरण किए गए. 


विधायक सुदर्शन सिंह रावत भीम से जैसे ही देवगढ़ जनसुनवाई के लिए रवाना हुए श्रम विभाग की डेस्क पर महिला श्रमिकों की भारी भीड़ देखकर रूके और महिलाओं की शिकायते सुनी. गंभीर शिकायतों पर विधायक रावत ने श्रम विभाग के अधिकारियों व कार्मिकों को कहा कि बताइए आपका सिस्टम क्या है. 


इस दौरान एमकेएसएस से जुड़े प्रख्यात नाटककार शंकर सिंह ने विभाग की ओर से शिकायत निस्तारण प्रक्रिया पर दिये गये जवाब के बारे में बताया कि शिकायत निस्तारण के सन्दर्भ में शिकायतकर्ता से सम्पर्क नहीं हो पाया. जिससे पूर्ण निस्तारण किया गया. शंकर सिंह ने कहा कि जब शिकायतकर्ता से कोई सम्पर्क ही नहीं हो तो पूर्ण निस्तारण कैसे हुआ. विधायक रावत ने अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए कहा कि आपकी यह प्रणाली किसी भी हालत में चलने वाली नहीं है.


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