राजसमंद आबकारी अधिकारी और पसूंद सरपंच आए आमने-सामने,लगाए गए गंभीर आरोप, जानें क्या है मामला?
Rajsamand News: राजसमंद जिले से इस वक्त बड़ी खबर है,जिला आबकारी अधिकारी और पसूंद सरपंच आमने-सामने आ गए हैं,पसूंद गांव में पूर्णतया शराबबंदी करने की मांग से जुड़ा है ये मामला.दोनों ही एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.चर्चाओं का दौर शुरू.
Rajsamand News: राजसमंद जिला आबकारी अधिकारी और पसूंद सरपंच के आमने-सामने होने का बड़ा मामला सामने आया है, दोनों ही एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, जिसके चलते जिले में अब चर्चाओं का बाजार भी गर्म हो गया है. सरपंच अयन जोशी ने राजसमंद जिला आबकारी अधिकारी लोकेश जोशी पर शराबबंदी अभियान को असफल करने का अरोप लगया है. तो वहीं, पूरे मामले पर जब जिला आबकारी अधिकारी से बात की गई. तो उन्होंने बताया सरपंच द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार किए गए हैं.
सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं
इसके बाद सरपंच ने कहा कि इस तरह के आरोप लगाकर जिला आबकारी अधिकारी जोशी राजसमंद उपखंड कार्यालय पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं, क्योंकि जिन दस्तावेज की वो बात कर रहे हैं, यह दस्तावेज सत्य प्रतिलिपि करवाकर उपखंड कार्यालय से ली गईं थी और उन्हीं पर ग्रामीणों ने हस्ताक्षर किए हैं.
ग्रामवासियों ने मोर्चा खोल दिया है
आपको बता दें कि राजसमंद के पसून्द गांव में पूर्णतया शराबबंदी को लेकर एक बार फिर से सरपंच अयन जोशी के नेतृत्व में ग्रामवासियों ने मोर्चा खोल दिया है, बता दें कि ग्राम पंचायत में पूर्णतया शराबबंदी हो इसके चलते सरपंच के नेतृत्व में ग्रामवासियों ने राजसमंद कलक्टर डॉ.भंवरलाल से मुलाकात करते ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें बताया गया कि आए दिन निर्मल ग्राम पंचायत पसून्द में शराब के कारण कई लोगों का जीवन नष्ट हो रहा है.
दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर हो जाता है
एक व्यक्ति शराब पीकर अपना जीवन तो बर्बाद कर ही देता है पर वह ये नहीं सोचता कि उसके पीछे बेवजह उसका पूरा परिवार किस कदर दर दर की ठोकरे खाने पर मजबूर हो जाता है, ऐसे में इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए ग्रामवासियों की पूर्ण सहमति से शराबबंदी की प्रक्रिया को शुरू करने का फैसला फिर से लिया गया.जिसके पश्चयात विधिवत प्रक्रिया का पालन करते हुए समस्त ग्रामवासियों ने एक तरफा हस्ताक्षर किए हैं.
चुनाव करवाने का आग्रह किया गया था
बता दें कि पूर्व में उप प्रधान सुरेश जोशी,समाजसेवी हितेश जोशी व सहकारी समिति के उपाध्यक्ष कैलाश गुर्जर और वार्ड पंचों के नेतृत्व में करीब एक हजार ग्रामवाशियो के साथ कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था और उस वक्त भी पूर्णतया शराबबंदी के लिए चुनाव करवाने का आग्रह किया गया था. सरपंच ने बताया कि जिसके बाद सर्वे के नाम पर आबकारी विभाग राजसमंद से दो कार्मिकों को सिविल ड्रेस में पंचायत भेजा गया. जहां उन्होंने सर्वे के नाम पर ग्रामवाशियों डराया.
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