Rajsamand News:जी राजस्थान की जंगल बचा लो मुहिम का लगातार असर देखने को मिल रहा है. जी राजस्थान की इस मुहिम से अब लोग जुड़ते जा रहे हैं. बता दें कि कुछ दिन पूर्व कुम्भलगढ़ में निर्माण के दौरान बड़े स्तर पर हरे पेड़ों के साथ साथ पहाड़ को काटने की खबर को प्रमुखता से चलाई गई थी.


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 जिसके बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा बैठक कर इतिश्री कर ली गई. अब जागरूक जनता हरे पेड़ और पहाड़ काटने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगी है. बता दें कि राजसमंद जिले के पिपलांत्री में भी ठीक इसी तरह का मामला सामने आया है. जहां पर बड़े स्तर पर हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है. जिसको लेकर पिपलांत्री की सरपंच अनिता पालीवाल और पदमश्री सम्मान से सम्मानित श्यामसुंदर पालीवाल ने मोर्चा खोल दिया है. 


 


पदमश्री श्यामसुंदर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रकृति से छेड़छाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करूंगा. प्रकृति को नुकसान पहुंचाने वाले माफियाओं के खिलाफ प्रशासन सख्त से सख्त कार्रवाई करे. यदि इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो जल्द ही एक बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा. इस विषय पर पूरे देश के पदमश्री से सम्मानितों से चर्चा हुई. 


अब राजसमंद के पिपलांत्री में बड़े स्तर पर पेड़ों की कटाई
आंदोलन के माध्यम से केंद्र सरकार और राज्य सरकार की आंखे खोलने का काम किया जाएगा. आपको बता दें कि राजसमंद जिले के कुम्भलगढ और पिपलांत्री में देश विदेश से यहां पर पर्यटक हरियाली देखने आते हैं. प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कलेक्टर और एसपी को अवगत करवाया जा चुका है. हरे पेड़ो की कटाई को लेकर पिपलांत्री सरपंच अनिता पालीवाल ने माफियाओं पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. 



बड़े स्तर पर किया जाएगा आंदोलन
जी मीडिया संवाददाता देवेंद्र शर्मा से बात करते हुए उन्होंने बताया इन पेड़ों को बच्चे की तरह से पाला गया है इनको कटने नहीं देंगे.जी मीडिया द्वारा कवरेज करने के दौरान खुले में लकड़ियां पड़ी हुई दिखाई दी तो इस बारे में पिपलांत्री पंचायत में एलडीसी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत के स्तर पर पेड़ों की कटाई के शिकायत मिली थी तो कार्रवाई की गई. लेकिन इन लकड़ियों के ढेर के बारे में अभी पता चला है. इन्हें भी जप्त करते हुए कार्रवाई की जाएगी.


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