Sawai madhopur: पूर्व पीसीसी चीफ और बीसूका प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान रविवार को सवाई माधोपुर के दौरे पर रहे. जहां उन्होंने रणथंभौर नेशनल पार्क का भ्रमण कर बाघों की अठखेलियां देखी. इसके बाद डॉ. चंद्रभान कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर बीस सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. 


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बैठक के बाद डॉ.चंद्रभान कलेक्टर कक्ष में मीडिया से रूबरू हुए. मीडिया से रूबरू होते हुए डॉ. चंद्रभान ने कहा कि भाजपा की जनाक्रोश यात्रा में ना तो जन नजर आ रहा था और ना ही आक्रोश दिखाई दिया. इस दौरान मीडिया कर्मियों द्वारा सचिन पायलट को लेकर पूछे गए सवालों पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर 2018 के विधानसभा चुनावों में पायलेट ने जमकर मेहनत की थी ,जिसकी बदौलत राजस्थान में काँग्रेस की सरकार बन पाई थी, लेकिन कांग्रेस ने ना तो पायलेट को मुख्यमंत्री घोषित किया था और ना ही अशोक गहलोत को,बाद में पार्टी द्वारा अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया गया. 


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डॉ चंद्रभान ने कहा कि इस बार भी राजस्थान में विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा कोई भी सीएम चेहरा घोषित नहीं किया जाएगा. बाद में जैसी स्थिति बनेगी उसी आधार पर मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. विधायकों के फ्री हैंड के सवाल पर डॉ चंद्रभान ने कहा कि निश्चित तौर पर पिछली सरकारों की तुलना में इस बार विधायकों को ज्यादा फ्री हैंड दिया गया है. क्योंकि इस बार कुछ परिस्थितियां ऐसी बनी कि ना चाहते हुए भी विधायकों को फ्री हैंड देना पड़ा. 


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डॉ चंद्रभान ने कहा कि संगठन से सरकार है ना कि सरकार से संगठन. इस दौरान सवाई माधोपुर नगर परिषद सभापति विमल चंद महावर के रिश्वत लेते ट्रक होने के मामले पर डॉ चंद्रभान ने कहा कि कांग्रेस को इस मामले में सभापति के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई करनी चाहिए थी, अगर संगठन ने ऐसा नहीं किया तो यह गलत है. कार्रवाई होनी चाहिए थी. 


इस दौरान उन्होंने ईआरसीपी के मुद्दे पर कहा कि इआरसीपी का मुद्दा केंद्र और राज्य के बीच में कोई भी फुटबॉल का मुद्दा नहीं है. राज्य सरकार ने इस पर अलग से बजट दिया है और इस पर काम भी शुरू कर दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ईआरसीपी के मुद्दे पर अपना मुंह छुपाते फिर रहे हैं और लोगों को गुमराह कर रहे हैं. केंद्र सरकार को ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना आज नहीं तो कल घोषित करनी ही पड़ेगी.


Reporter- Arvind Singh