सवाई माधोपुर जिले के खंडार थाना क्षेत्र से होकर बहने वाली चंबल नदी पर बने पाली ब्रिज से 9 मार्च गुरुवार को नदी में कूदे 21 वर्षीय युवक का शव 72 घंटे बाद ब्रिज के समीप चंबल नदी में बरामद हुआ. शव दिखने के बाद मौके पर युवक को तलाश रहीं एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने पानी के बीच जाकर शव को रस्सी की मदद से किनारे पर लेकर आये और स्ट्रेचर पर रखकर पानी के बाहर निकाला. युवक का शव चंबल नदी से क्षत विक्षत हालत में मिला युवक का सिर और एक हाथ नदारद मिले जिसे जलीय जीवों द्वारा खाये जाने की आशंका व्यक्त की. वहीं मौके पर मौजूद परिजनों ने युवक के कपड़ों से मृतक की शिनाख्त की.


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मौके पर पहुँचे खंडार थानाधिकारी महेश सिंह, बहरावंडा खुर्द पुलिस चौकी प्रभारी जरदार खान, एसडीआरएफ इंचार्ज अशोक कुमार ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए शव बहरावंडा खुर्द पहुचाया जहां पर पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया. मामले में पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल युवक के सुसाइड करने के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है.


गुरुवार सुबह पाली ब्रिज से गुजरने वाले वाहन चालकों को ब्रिज के ऊपर एक बाइक खड़ी हुई मिली जिसकी सीट पर मफलर रखा हुआ था वहीं गाड़ी के पास जूते खुले हुए थे. इस पर राहगीरों को किसी युवक के चंबल नदी में कूदने का अंदेशा हुआ. राहगीरों ने संदिग्ध बाइक की सूचना खंडार थानाधिकारी महेश सिंह को दी. सूचना पर खंडार थानाधिकारी मय पुलिस जाप्ते के साथ पाली ब्रिज पर पहुँचे और बाइक के नम्बरों के आधार पर मालिक की जानकारी निकाली. जिस पर बाइक बोहना गांव निवासी 21 वर्षीय युवक मनोहर सैनी पुत्र रामदयाल माली की होना पाया. 


परिजनों के मुताबिक युवक बुधवार सुबह से घर से निकला था जिसकी बाइक गुरुवार को पाली ब्रिज पर खड़ी मिली. जिस पर परिजनों को युवक के चंबल नदी में कूदने की आशंका हुई. इस पर खंडार थानाधिकारी महेश सिंह ने मामले से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया और भरतपुर से एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम को मौके पर बुलाया जिसके बाद लगातार 3 दिन तक टीम द्वारा युवक की तलाश में चंबल नदी में सर्च अभियान चलाया. जिस पर रविवार सुबह करीब 12 बजे युवक का शव ब्रिज से थोड़ी दूर पानी के बीच बहता हुआ दिखाई दिया शव नजर आने के बाद एसडीआरएफ के जवान बोट की मदद से शव के पास पहुँचे और शव को किनारे पर निकाल कर लाये.


चंबल नदी में कूदकर आत्महत्या करने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी ब्रिज से डेढ़ दर्जन से अधिक युवक युवतियों सहित बुजुर्गों ने चंबल में छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. लगातार बढ़ते ब्रिज पर आत्महत्या के मामलों के बाद ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन द्वारा सुरक्षा इंतजाम के तहत ब्रिज की दोनों साइड में 10 से 12 फिट ऊंची जाली वर्ष 2021 में लगवाई गयीं लेकिन उसके बावजूद भी ब्रिज से कूदने वालों को सिलसिला नही थम रहा.