बामनवास में भादो के बाद फिर लौटा सावन, झमाझम बारिश से बढ़ी लोगों की मुश्किलें
विगत 3 दिनों में तहसील मुख्यालय पर 54 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है. बीते 24 घंटों में उपखंड मुख्यालय बौंली पर 26 एमएम बारिश दर्ज की गई है.
Bamanwas: उपखंड क्षेत्र बौंली में इन दिनों प्रकृति की विविधताओं का प्रत्यक्ष धरातलीकरण देखने को मिल रहा है. लगातार बारिश के दौर से क्षेत्र में यूं लग रहा है जैसे भादो के बाद एक बार फिर सावन लौट आया हो. उपखंड क्षेत्र बौंली में विगत 3 दिनों से बारिश का दौर लगातार जारी है.
तहसील सूत्रों के अनुसार, विगत 3 दिनों में तहसील मुख्यालय पर 54 एमएम से अधिक बारिश दर्ज की जा चुकी है. बीते 24 घंटों में उपखंड मुख्यालय बौंली पर 26 एमएम बारिश दर्ज की गई है. तहसील कर्मचारी मोहम्मद रफीक ने बताया कि 1 जून से अब तक उपखंड मुख्यालय बौंली पर 696 एमएम बारिश दर्ज की गई है. वहीं औसत बारिश 550 mm के मुकाबले वर्ष भर में अब तक 729 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है.
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अच्छी बारिश के बाद क्षेत्र के खारीला, नागोराव, भीमसागर, ढ़ील बांध सहित अन्य जलाशयों में भी पानी की पर्याप्त आवक दर्ज की जा चुकी है. डार्क जोन में स्थित उपखंड क्षेत्र बौंली में विगत कुछ अरसे से औसत से अधिक बारिश होने के बाद भू-जलस्तर पर भी सकारात्मक असर अपेक्षित माना जा रहा है.
फसल कटाई का समय नजदीक
नकारात्मक पहलू की बात करें तो लगातार बारिश के चलते वर्तमान में पक चुकी तिल, बाजरे, मूंगफली सहित अन्य फसलों पर खराबे का संकट मंडराने लगा है. लगातार बारिश के चलते अधिकांश स्थानों पर तिल की फसल खराब हो चुकी है. वहीं अब अन्य फसलें भी संकट के साये में है चूंकि फसल कटाई का समय नजदीक है. ऐसे में मौसम का बदला मिजाज धरतीपुत्रों के लिए चिन्ता का विषय बना हुआ है.खेतों में कटी हुई फसलों पर बारिश का सर्वाधिक कुप्रभाव किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.
हालांकि लगातार बारिश के चलते हफ्ते भर से जारी भीषण गर्मी के दौर से ही स्थानीय लोगों को राहत मिली है. वहीं बारिश के बाद विजयगढ़ की पहाड़ी पर भी कोहरे की चादर नजर आई और मौसम खुशनुमा हो गया.
Reporter- Arvind Singh Chauhan