Photos: सवाई माधोपुर में बारिश ने मचाई तबाही, कहीं बह गई बस, तो कहीं बहे इंसान
Sawai Madhopur News: सवाई माधोपुर में शुरू हुआ मूसलाधार बारिश का दौर लगातार रह रह कर जारी है. जिला मुख्यालय सहित जिले भर में हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है और जिला मुख्यालय सहित जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. भारी बारिश के चलते रणथंभौर के सभी झरनों सहीत जिले के सभी नदी नाले उफान पर हैं. जिला मुख्यालय के बीचों बीच बहने वाला लटिया नाला रौद्र रूप में बह रहा है. निचले इलाके जलमग्न हो गए और कई घरों में पानी भर गया. लटिया नाला स्थित राजबाग पुलिया टूट गई और एक बस पानी में बह गई. जिला अस्पताल में पानी भर गया . कुछ ही घण्टो की बारिश से जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया. बारिश को देखते हुए जिला कलेक्टर द्वारा सभी स्कूलों में गुरुवार की छुट्टी घोषित की गई है.
बारिश का दौर रुक रुक कर जारी
रणथंभौर की तलहटी में बसा सवाई माधोपुर शहर आज भारी बारिश के चलते पानी पानी हो गया. अल सुबह से शुरू हुवा मूसलाधार बारिश का दौर रुक रुक कर जारी है. मूसलाधार बारिश होने से समूचे शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. भारी बारिश होने से शहर के बीचों बीच बहने वाला लटिया नाला अपना रौद्र रूप दिखा रहा है. वहीं, जिले के सभी नदी नाले ओर रणथंभौर के झरने उफान पर हैं. बनास ,चंबल ,गलवा , मोरल आदि सभी नदिया पूरी तरह उफान पर है और तेज वेग से बह रही है.
कई निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न
लटिया नाले में उफान आने से जिला मुख्यालय के कई निचले इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए और सैकड़ों घरों में पानी भर गया. भारी बारिश के कारण पानी निकासी का उचित प्रबंध नहीं होने से जिला अस्पताल में पानी भर गया, जिससे अस्पताल में भर्ती मरीजों सहित चिकित्सकों और अस्पताल स्टाफ को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिला अस्पताल परिसर में दो से तीन फीट पानी भर गया. वहीं, रणथंभौर रोड स्थित झरेटी नाले में पानी आने से करीब 20 गांवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गया. इसी तरह बोदल पुलिया ओर कुशाली दर्रा में पानी की भारी आवक होने से सवाई माधोपुर से मध्यप्रदेश एवं खंडार क्षेत्र का सम्पर्क कट गया. लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है और लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
स्कूल बस नाले में बह गई
सवाई माधोपुर में हुई भारी बारिश से उफान पर आए लटिया नाले का पानी आना रौद्ररूप दिखा रहा है, जिससे लटिया नाले पर स्थित बड़ा राजबाग की पुलिया टूट गई और पुलिया पर खड़ी एक स्कूल बस नाले में बह गई. साथ में बस में बैठे चार लोग भी नाले में बह गए लेकिन गनीमत ये रही कि नाले में बहने वाले सही लोग अच्छे तैराक थे जिससे सभी चारों लोग तैरकर नाले से निकल आये और चारो की जान बच गई. वहीं, बड़ी बात ये है कि बारिश के चलते जिला कलेक्टर द्वारा आज जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई. ऐसे में नाले में बहने वाली स्कूल बस खाली थी और बस में स्कूली बच्चे सवार नहीं थे वरना कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी. लटिया नाले में उफान आने से नाले के किनारे खड़े दर्जनों वाहन पानी में डूब गए.
पानी वाली जगहों से दूर रहने की लगातार अपील
राजबाग पुलिया टूटने से करीब 20 से 30 लोग लटिया नाले के दूसरी तरफ फंस गये, जो अल सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए रणथंभौर के राजबाग की तरफ गये थे. भारी बारिश के चलते आदर्श नगर, जटवाड़ा, राजनगर सहित बोदल, शेरपुर, खिलचीपुर, जैतपुरा, छाण आदि कालोनियां ओर गांव जलमग्न हो गए. जिले में हुई भारी बारिश को देखते हुवे प्रशासन के हाथ पांव फूल गये ओर जिला कलेक्टर, नगर परिषद सभापति, आयुक्त सहित प्रशासन का तमाम अमला फील्ड में उतरा और जलभराव वाली जगहों का जायजा लिया ओर लोगों से पानी वाली जगहों से दूर रहने की लगातार अपील की जा रही है.
फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में खड़ी परेशानी हुई
लटिया नाले की राजबाग पुलिया टूटने से दूसरी तरह फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में खड़ी परेशानी हुई. मौके और पहुंची सिविल डिफेंस की टीम, पुलिस एवं नगर परिषद की टीम ने क्रेन एवं रस्सी की सहायता से दूसरी तरफ फंसे लोगों को बामुश्किल रेस्क्यू कर निकाला. वहीं, निचले इलाकों में भी अलग अलग टीमें तैनात की गई, जो लगातार लोगो को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगहों पर भेज रही है. जिले में हुई भारी बारिश से चंबल, गलवा, बनास, मोरेल नदी उफान पर है, जिससे दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया.
कई गांव जलमग्न
नदियों में उफान आने से बरियारा, धनोली, पुसौदा, सुरवाल, दहलोद, भारजा आदि गांव जलमग्न है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. जिले में हुई भारी बारिश से जिले के 18 में से 15 बांध पूरी तरह भर गए. वहीं, शेष तीन बांधो में भी लगातार पानी की आवक बनी हुई है. 15 बांधों ओर डेढ़ से दो फिट की चादर चल रही है, जिससे बांधों के निचले इलाके में बसे मुई, सुनारी, लोरवाड़ा, भगवतगढ़ सहित दर्जनों गांवों में पानी भरने का अंदेशा बना हुआ, जिसे लेकर प्रशासन अलर्ट है और लोगों को पानी वाली जगहों से दूर रहने की चेतावनी दी जा रही है.
बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर के रख दिया
सवाई माधोपुर में कुछ ही घंटों की बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर के रख दिया. जिले के सभी नदी नाले उफान पर हैं और दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया. निचले इलाके एवं गांव जलमग्न हैं. राहत की बात ये है कि सवाई माधोपुर शहर रणथंभौर की तलहटी में बसा हुआ है. ऐसे में बारिश के दौरान शहर में पानी तो काफी तेज गति से आता है और कई इलाके जलमग्न हो जाते हैं पर बारिश रुकने के साथ ही कुछ ही घंटों में यहां पानी आसानी से निकल जाता है, जिससे जान माल का खतरा कम होता है. वैसे इस बार मानसून के दौरान जिले में पानी में डूबने एंव नदी नालों में बहने से अब तक करीब 25 लोगों की मौत हो चुकी है. बड़ी बात ये है कि मौसम विभाग के अलर्ट के मुताबिक अगर के फिर कुछ घंटे तेज बारिश हुई हालात बद से बदतर हो सकते हैं.