Sawai Madhopur News: राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में मलारना डूंगर थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन और परिवहन नासूर बनता जा रहा है. एक तरफ पुलिस प्रशासन अवैध बजरी परिवहन पर रोकथाम का दावा कर रहा है. वहीं दूसरी तरफ रात के अंधेरे में खाकी की मौजूदगी में धड़ल्ले से अवैध बजरी का परिवहन किया जा रहा है. अवैध बजरी परिवहन को लेकर लालसोट कोटा हाईवे से चौकाने वाली तस्वीर सामने आई. 


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यहां पुलिस का गश्ती वाहन खड़ा होने के बावजूद दर्जनों डंपर गुजर गए. मगर गस्ती वाहन से बाहर खड़े पुलिसकर्मियों के द्वारा अवैध बजरी से भरे डंपरों को रोकने की किसी ने जहमत नहीं उठाई. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सफेद सोने के काले कारोबार में पुलिस कितनी लिप्त है. जिसके चलते अवैध बजरी के वाहनों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही. उधर मामले को लेकर ड्यूटी अधिकारी हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार ने बताया कि हमको नाकाबंदी के लिए भाड़ोती में लगाया गया था. 


जहां भाड़ोती पुलिस चौकी के स्टाफ के साथ हाईवे से गुजर रहे बजरी के वाहनों का रवन्ना चेक किया मगर सभी वाहनों के पास बजरी से संबंधित रवन्ना मौजूद था. दिलचस्प बात यह है कि संबंधित बजरी लीज धारक की क्षेत्र में लीज समाप्त हो गई. उसके बाद बजरी माफिया बनास नदी से बजरी खनन कर अवैध बजरी का परिवहन कर रहे हैं. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब क्षेत्र में बजरी लीजधारक की लीज समाप्त हो गई. 


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ऐसी स्थिति में रॉयल्टी रवन्ने की आड़ में किसके इशारे पर सफेद सोने के काले कारोबार का गोरख धंधा चल रहा है. बनास नदी के देवली, महेशरा, भूखा आदि स्थानों से वर्तमान में बेखौफ आवैध बजरी का खनन कर पुलिस चौकी और थाने के सामने से परिवहन किया जा रहा है. मगर पुलिस इन अवैध बजरी के वाहनों पर कार्रवाई के नाम पर कतराती नजर आ रही है.