Sawai madhopur: सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर के डिएफओ संग्राम सिंह कटिहार को सरकार द्वारा एपीओ करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है . डिएफओ को एपीओ करने के मामले में अब रणथंभौर के वन कर्मचारियों सहित वाहन चालक संघ और कर्मचारी संघ भी विरोध में उतर आए है . 


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इसी कड़ी में आज वन कर्मचारियों ने रणथंभौर रोड स्थित उपवन संरक्षक और उप क्षेत्र निदेशक कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन कर मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के नाम सीसीएफ को ज्ञापन सौंपा और डिएफओ को पुनः बहाल करने की मांग की है . धरने पर बैठे वनकर्मचारियो का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा राजनीतिक दबाव में आकर डिएफओ संग्राम सिंह कटिहार को एपीओ किया है . 


वन कर्मचारियों का कहना है कि रणथंभौर में पहली बार कोई ऐसा डिएफओ आया था जो वन्यजीवों की सुरक्षा ,मॉनिटरिंग के साथ ही वन कर्मियों के लिए हमेशा तत्पर रहता था ,लेकिन कुछ राजनेताओं द्वारा सरकार पर दबाव बनाकर गलत तरीके से डिएफओ को एपीओ करवाया गया है ,जिसे रणथंभौर के वनकर्मचारी कभी बर्दास्त नही करेंगे . 


गौरतलब है कि रणथंभौर में हालही में बाघिन टी 114 और एक बाघ शावक की मौत के बाद सरकार द्वारा डिएफओ को एपीओ कर दिया गया था . जबकि अन्य अधिकारिय कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई . वन कर्मचारियों का कहना है कि डिएफओ संग्राम सिंह कटिहार का बाघिन व शावक की मौत के मामले में कोई दोष नही है. 


बाघिन और  शावक की मौत की आड़ में कुछ राजनेताओं द्वारा राजनीतिक स्वार्थ के चलते सरकार पर दबाव बनाकर एक ईमानदार और कर्तव्यपरायण डिएफओ को एपीओ करवा दिया गया. वन कर्मचारियों का कहना है कि जब तक सरकार द्वारा डिएफओ संग्राम सिंह कटिहार को फिर से बहाल नहीं किया जाता तब तक रणथंभौर के वन कर्मचारी हड़ताल पर रहकर उपवन संरक्षक कार्यालय पर धरने पर बैठे रहेंगे.