Sawai Madhopur News: विद्यालय में स्टाफ की कमी को लेकर आक्रोश, हनुतिया गांव के जयपुर-सवाईमाधोपुर मार्ग पर ग्रामीणों ने लगाया जाम
Sawai madhopur News: उपखंड बौंली की मित्रपुरा तहसील क्षेत्र के हनुतिया गांव में आज विद्यार्थियों व ग्रामीणों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बालाजी मोड़ पर जयपुर-सवाई माधोपुर मार्ग जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की.
Sawai madhopur News: उपखंड बौंली की मित्रपुरा तहसील क्षेत्र के हनुतिया गांव में आज विद्यार्थियों व ग्रामीणों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने बालाजी मोड़ पर जयपुर-सवाई माधोपुर मार्ग जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की. छात्र-छात्राओं व ग्रामीणों ने विद्यालय में स्टाफ की कमी को लेकर आक्रोश जाहिर किया. साथ ही पढ़ाई बाधित होने का हवाला देते हुए विद्यालय में शिक्षकों के पद भरने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
गौरतलब है कि 10 अगस्त को गांव के एक कुएं में छात्रा का शव मिला था.वहीं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हनुतिया के ही एक अध्यापक पर छात्रा के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने का आरोप लगाया गया था. प्रकरण को लेकर विद्यालय परिसर में शव रखकर प्रदर्शन किया गया था.
ग्रामीणों ने आरोपी अध्यापक सहित पूरे स्टाफ को हटाए जाने की मांग की थी. जिस पर विद्यालय के पूरे स्टाफ को हटाया गया था. शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय में महज चार अध्यापक ही लगाए गए थे.
ऐसे में विद्यार्थियों की अध्ययन प्रक्रिया बुरी तरह प्रभावित हो रही थी. एसएमसी अध्यक्ष ताराचंद व पूर्व डायरेक्टर शंकर लाल सहित ग्रामीणों ने बताया कि विगत कई दिनों से ग्रामीणों द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाते हुए विद्यालय में स्टाफ लगाए जाने की मांग की जा रही थी. लेकिन विभाग द्वारा सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा था और प्रकरण में संज्ञान नहीं लिया जा रहा था.
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ऐसे में आज ग्रामीणों व विद्यार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने जयपुर सवाई माधोपुर मार्ग पर पत्थर व कांटे लगाकर जाम लगा दिया. साथ ही जमकर नारेबाजी की. लगभग 2 घंटे से जाम की स्थिति होने के चलते सड़क के दोनों और वाहनों की कतार लग गई. सूचना पर मित्रपुरा व बौंली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से समझाइश की.
वहीं शिक्षा विभाग के कार्यवाहक सीबीईओ अनिल मीणा भी मौके पर पहुंचे और विद्यालय में 6 नए अध्यापक लगाने का आश्वासन दिया और उच्च अधिकारियों द्वारा 6 नये अध्यापक लगाए जाने के आदेश भी जारी किए गये. इसके बाद ग्रामीणों व प्रशासन में सहमति बनी और धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया.