Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर कोली महावर समाज के करीब 12 लोग आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे . जहां उन्होंने पुराने शहर स्थित कोली महावर समाज की महात्मा बुद्ध धर्मशाला की सील खुलवाकर धर्मशाला को कोली समाज के सुपुर्द करने की मांग को लेकर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा.


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ज्ञापन के माध्यम से कोली समाज के लोगों ने बताया कि कोली समाज की पुराने शहर में रामकुई के सामने महात्मा बुद्ध धर्मशाला है. कोली समाज ने एक क्रोकरी व्यापारी को धर्मशाला में गोदाम के लिए दो कमरे किराये पर दिए थे. आरोप है कि समाज की धर्मशाला किराये पर लेते समय व्यापारी ने कहा कि वो क्रोकरी के सामान के लिए गोदाम किराये पर ले रहा है , लेकिन व्यापारी ने समाज के लोगों धोखा देकर गोदाम में क्रोकरी का सामान ना रखकर धर्मशाला के किराए पर लिए कमरों में आतिशबाजी के पटाखें रख दिये. 


6 माह पूर्व पुलिस ने समाज की धर्मशाला में छापा मारकर लाखों रुपए के पटाखे पकड़े थे. इस दौरान पुलिस ने धर्मशाला को सीज कर दिया था. जिसे समाज की ओर से ज्ञापन देकर खाली करवाने की मांग की है. इस दौरान मनोज महावर, कमलेश महावर,श्रीचरण महावर, बाबूलाल महावर, आदि लोग मौजूद रहे.


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सवाई माधोपुर स्थित रणथम्भौर टाइगर रिजर्व के नये सीसीएफ अनूप के.आर अपना कार्यभार संभालने के साथ ही एक्शन में दिखाई दे रहे हैं. रणथम्भौर के सीसीएफ का कार्यभार संभालने के बाद आईएफएस अनूप के.आर ने रणथंभौर टाइगर रिजर्व के डीएफओ,एसीएफ, रेंजर सहित सभी वनाधिकारियों की बैठक ली और टाइगर रिजर्व के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हासिल की. 


कार्यभार संभालने के बाद सीसीएफ ने मीडिया से मुखातिब होते हुए रणथंभौर को लेकर अपनी प्राथमिकताएं बताई .सीसीएफ अनूप के. आर ने कहा कि रणथम्भौर में बहुत सी बायो डायवर्सिटी है, लेकिन रणथंभौर का टूरिज्म केवल टाइगर पर ही आधारित है. उन्होंने कहा कि उनका फोकस रणथम्भौर की बायो डायवर्सिटी पर रहेगा. उन्होंने कहा कि रणथम्भौर में टाइगर की संख्या 100 के करीब है. जिसके चलते रणथंभौर में लैंड स्केप को विकसित करने की आवश्यकता है