सवाई माधोपुर: राजस्व कर्मचारियों का प्रदर्शन, लगभग 2 साल पहले का समझौता अब तक नहीं हुआ पूरा
Sawai Madhopur news: राज्य सरकार द्वारा 4 अक्टूबर 2021 को हुए समझौते को अब तक लागू नही किया गया. इस बात को लेकर राजस्व कर्मचारी धरना प्रदर्शन पर बैठे है, 4 अक्टूबर 2021 को हुए समझौते को तुरंत प्रभाव से लागू करने की मांग की.
Sawai Madhopur news: सवाई माधोपुर जिले के राजस्व कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर है . इसी कड़ी में आज जिले के समस्त राजस्व कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे ,इस दौरान राजस्व कर्मचारियों ने राजस्थान सेवा परिषद के बैनर तले जिला मुख्यालय पर तहसील कार्यालय परिसर में धरना दिया और प्रदर्शन कर अपनी मांगे पूरी करने की मांग की. राजस्व कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन के मध्यम से 4 अक्टूबर 2021 को राज्य सरकार के साथ हुए समझौते को तुरंत प्रभाव से लागू करने की मांग की ,राजस्व कर्मचारियों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा 4 अक्टूबर 2021 को हुए समझौते को अब तक लागू नही किया गया.
ये भी पढ़ें- Dungarpur news: राजस्थान राजस्व सेवा परिषद ने किया प्रदर्शन, लंबित मांगो को लेकर दिया ज्ञापन
साथ ही राजस्व कर्मचारियों ने नायब तहसीलदार का पद शत प्रतिशत पदोन्नति पर घोषित करने ,सीधी भर्ती आर.टी.एस. को सीधे तहसीलदार पद पर संस्थित करने, तहसीलदार सेवा के पद 50 प्रतिशत पदोन्नत कर और 50 प्रतिशत सीधी करने से पटवारी ,भूअभिलेख निरीक्षक ,नायब तहसीलदार एंव तहसीलदार का कैडर पुनर्गठन कर आवश्यकतानुसार नवीन पद सृजित करने ,भूअभिलेख निरीक्षक व पटवारी के पदों का फील्ड में 1:3 के अनुसार गठन करने ,आरएएस कैडर का रिव्यू करवाये जाने तथा तहसीलदार से आरएएस के जूनियर स्केल में रिक्त पदों को डीपीसी से भरे जाने पटवारी व भूअभिलेख निरीक्षक स्थायी स्पष्ट स्थानांतरण नीति बनाये जाने सहित पटवारी ,भूअभिलेख निरीक्षक ,तहसीलदार व नायब तहसीलदार के वेतन का पुनर्निर्धारण करने की मांग की है.
ये भी पढ़ें- पेपर लीक मामले में अब धरा गया RPSC मेंबर का बेटा और टीचर दोस्त, पढ़ें पूरी कहानी
राजस्व अधिकारियों का कहना है कि आज 20 व कल 21 तारिक को जिले के सभी राजस्व अधिकारी सामूहिक अवकाश पर रहकर कार्यबहिष्कार कर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे ,वहीं आगामी 24 अप्रैल से शुरू होने वाले महंगाई राहत कैम्प शिविरों का भी बहिस्कार करेंगे ,उनका कहना है कि जब तक सरकार द्वारा उनकी मांग पूरी नही की जाती तक तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.