Sawai Modhopur News: भालू के मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत, घरों में घुसकर घी, गुड़ और मिठाइयों का उठा रहा लुफ्त
Sawai Modhopur News: बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व पटल पर खास पहचान रखने वाले सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर टाईगर रिजर्व में टाईगर के साथ ही पैंथर ,लेपर्ड और भालुओं की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है.
Sawai Modhopur News: बाघों की अठखेलियों को लेकर विश्व पटल पर खास पहचान रखने वाले सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर टाईगर रिजर्व में टाईगर के साथ ही पैंथर ,लेपर्ड और भालुओं की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है. रणथंभौर से सटे गांवों में जहाँ कई मर्तबा टाईगर मूवमेंट देखा गया है. वहीं अब टाईगर के बाद पैंथर ,लेपर्ड और भालुओं का मूवमेंट में गांवों की आबादी क्षेत्र के निकट दिखने लगा है.
रणथंभौर से सटे खंडार क्षेत्र के तलावड़ा , गोठबिहारी , निमली ,जैतपुर ,बहरावंडा , नायपुर सहित कई गांवों में भालु रात के समय रणथंभौर के जंगलों से निकल कर आबादी क्षेत्र में गुस आते है ,जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी रहती है. विगत करीब 10 - 15 दिनों से रणथंभौर से सटे खंडार क्षेत्र के तलावड़ा एक गोठ बिहारी गांव में भालू की पदचाप से ग्रामीणों में दहशत है. तलावड़ा एंव गोठ बिहारी गांव में तकरीबन हर रात भालू आ जाता है और दुकानों व घरों के दरवाजे तोड़ने का प्रयास करता है.
गांव के आबादी क्षेत्र में भालू के मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों द्वारा कई मर्तबा वनाधिकारियों को अवगत करवाया गया. लेकिन बावजूद उसके रात के समय भालू का मूवमेंट गांव के आबादी क्षेत्र में बना रहता है. ग्रामीण नीरज ,कैलाश ,मुकेश आदि ने बताया कि रात होते ही भालू रणथंभौर के जंगलों से निकलकर गांव के आबादी क्षेत्र में आ जाता है. गांव की गलियों में घूमता रहता है ,जिससे ग्रामीणों में हर वक्त भय बना रहता है. भालू रात को खाने पीने की तलाश में मकानों के दरवाजे तोड़ने का प्रयास करता है.
भालू ने गांव के मुकेश योगी की दुकान का दरवाजा तोड़ दिया था और दुकान में रखी मिठाईयां गुड़ और अन्य खद्द सामग्री खा गया. इसी तरह भालू गांव के भैरूजी के मंदिर का दरवाजा तोड़ कर मंदिर में घुस गया और मन्दिर में रखा घी और गुड़ ,ओर मिठाईयां चट कर गया. ग्रामीणों का कहना है कि भालू घी ,गुड़ और मिठाइयों की तलाश में गांव में घूमता है और मकानों के दरवाजे तोड़ने का प्रयास करता है ,जिसे लेकर ग्रामीणों में दहशत व्यप्त है. ग्रामीणों द्वारा वनाधिकारियों से भालू को पकड़कर अन्यत्र छोड़ने की मांग कई बार की गई ,मगर आज तक कोई कार्यवाही नही हुई ,तलावड़ा ही नही रणथंभौर से सटे ऐसे कई गांव है जहाँ भालुओं की पदचाप बनी रहती है.