जन्म देते वक्त मुंह बाहर और शरीर अंदर गर्भनाल में फंसा, रणथम्भौर में टाईगर टी-60 की मौत
सवाई माधोपुर स्थित रणथम्भौर नेशनल पार्क से वन्यजीव प्रेमियों के लिए आज एक बार फिर एक दुःखद खबर सामने आई. रणथंभौर की बाघिन टी-60 की आज मौत हो गई ,बाघिन टी 60 की अकाल मौत ने वन्यजीव प्रेमियों को एक बार फिर से गमगीन कर दिया.
Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर स्थित रणथम्भौर नेशनल पार्क से वन्यजीव प्रेमियों के लिए आज एक बार फिर एक दुःखद खबर सामने आई. रणथंभौर की बाघिन टी-60 की आज मौत हो गई ,बाघिन टी 60 की अकाल मौत ने वन्यजीव प्रेमियों को एक बार फिर से गमगीन कर दिया. वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक गस्त के दौरान वन कर्मियों को रणथंभौर के गुढ़ा वन क्षेत्र में बाघिन टी 60 का शव पड़ा हुवा मिला. बाघिन टी 60 का शव देख वनकर्मियों ने विभागीय अधिकारियों को सूचना इसकी सूचना दी. वनकर्मियों की सूचना पर वनाधिकारी मौके पर पहुंच और बाघिन के शव को कब्जे में कर राजबाग नाका लाया गया. जहां बाघिन टी 60 के शव का पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया और पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
बाघिन टी-60 की अकाल मौत को लेकर वेटरनरी डॉक्टर राजीव गर्ग ने बताया कि बाघिन शावक जन्म देने के प्रयास कर रही थी, लेकिन बाघिन शावक को जन्म नहीं दे पाई. बाघिन के शावक को जन्म देने के दौरान शावक का मुंह बाहर और शरीर अंदर गर्भनाल में फस गया और बाघिन की मौत हो गई. डॉ. राजीव गर्ग ने बताया कि बाघिन के किसी भी आंतरिक भाग में किसी भी तरह की कोई चोट का निशान नहीं मिली है. बाघिन की मौत शावक को जन्म देने के दौरान शव के गर्भनाल में फंसने की वजह से हुई है. वन अधिकारियों के मुताबिक बाघिन टी-60 बाघिन टी-31 की संतान थी. बाघिन टी-31 को रणथंभौर में इंदु के नाम से भी जाना जाता था. ऐसे में बाघिन टी-60 को वन विभाग और वन्यजीव प्रेमियों ने जुनियर इंदू नाम भी दिया गया था.
वनाधिकारियों के मुताबिक रणथम्भौर के नॉन ट्यूरिज्म क्षेत्र में बाघिन टी-60 का विचरण रहता था, 4 मार्च 2016 को पहली बार बाघिन टी 60 तीन शावकों के साथ नजर आई थी. इसके बाद अप्रेल 2019 में बाघिन ने दो शावकों के जन्म दिया. लेकिन इस बार बाघिन टी 60 की शावक को जन्म देने के दौरान ही मौत हो गई. गौरतलब है कि रणथंभौर में वनाधिकारियों का सारा ध्यान पर्यटन पर है ,ऐसे में बाघ-बाघिन की सही तरह से मॉनिटरिंग नही होने के कारण लगातार किसी ना किसी वजह से रणथंभौर में बाघ-बाघिनों की मौत हो रही है. टी 60 की मौत से एक दिन पहले ही रणथंभौर की फलौदी रेंज में बाघिन टी 99 ऐश्वर्य का गर्भपात हो गया ,टी 99 के गर्भवती होने की सूचना से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर थी ,लेकिन यह खुशी ज्यादा देर तक नही रही और कुछ घंटों बाद ही बाघिन टी 99 के गर्भपात की दुखद खबर सामने आई. और आज एक बार फिर बाघिन टी 60 की अकाल मौत हो गई. रणथंभौर में लगातार बाघ-बाघिनों की मौत होना कंही ना कंही वन विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है.