Fatehpur: रालोद कार्यकर्ताओं ने सीकर के फतेहपुर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा. रालोद के युवा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र सौहू ने बताया कि गांवों में आवारा पशुओं का आतंक फैला हुआ है, आए दिन किसानों के खेतों की मेड़ों को तोड़ रहे हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आवारा पशुओं में कई तो इतने आतंकी है कि अकेले किसान को देखकर उसे मारने को दौड़ते हैं. प्रदेश में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं. इसके बावजूद भी सरकार कोई उपाय नहीं कर पा रही है. आवारा पशुओं के भय के कारण अकेली महिला और बच्चे इनके डर से खेत में जाने से कतराते हैं. 


वहीं, दूसरी तरफ हाइवे पर आवारा पशु बैठे रहते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. प्रदेश में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं आवारा पशुओं के कारण ही हो रही है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है और न ही कोई योजना बना रही है. गांवों में आवारा पशुओं से बचने के लिए जगह-जगह दरवाजे बना रखे हैं और उनकी पहरेदारी करते हैं. ऐसे में किसान का समय और धन दोनों की बर्बादी होती है, जिससे वह अपना समय कृषि कार्यों में नहीं दे पाता है. 


ज्ञापन में उल्लेखित किया गया है कि प्रदेश में स्थापित गौशालाओं में आवारा पशुओं को रखा जाए और उनकी देखरेख की जाए, जो गौशाला आवारा पशुओं को नहीं रखती है. उसका अनुदान बंद किया जाए और प्रत्येक गौशाला में कम से कम 100 आवारा सांडों को रखने के लिए पाबंद करें, ताकि किसानों को राहत मिल सकें. 


यह भी पढ़ेंः Pali: स्वतंत्रता दिवस को लेकर तैयारियां, रोजाना बनाए जा रहे एक लाख से अधिक तिरंगे


वहीं, गौशालाओं में रहने वाले पशुओं को बाहर छोड़ने पर भी पाबंदी लगाई जाए, जिससे गौशाला में रहने वाले पशु सड़क पर नहीं आ सकें. इस दौरान जिला सचिव शाहरुख खान गौड़िया, रोहित रेवाड़, विजयपाल मील, संदीप गोदारा चुवास , शीशराम जालेउ, सुरेंद्र बड़बड़िया, नितेश, अमित सहित कई कार्यकर्त्ता मौजूद रहे. 


सीकर की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें. 


अन्य खबरें 


Aaj Ka Rashifal: आज के दिन वृश्चिक राशिवालों को बिजनेस में लगेगा घाटा, तुला को मिलेगें जॉब के नए ऑफर


कालदोष बताकर पुजारी ने कहा- 108 दिन में 21 बार बनाने होंगे संबंध, किया रेप, साध्वी से बनवाया वीडियो