राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में डॉक्टरों ने किया सद्बुद्धि यज्ञ, कलेक्ट्रेट के बाहर किया प्रदर्शन
राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले चिकित्सकों ने आज जिला कलेक्ट्रेट के बाहर सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया और यज्ञ में आहुतियां देकर राइट टू हेल्थ बिल को वापस लेने व राज्य सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की गई.र जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी तब
सीकर: राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले चिकित्सकों ने आज जिला कलेक्ट्रेट के बाहर सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया और यज्ञ में आहुतियां देकर राइट टू हेल्थ बिल को वापस लेने व राज्य सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की गई.र जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
इसी कड़ी में कल मैराथन का आयोजन होगा और बुधवार को साइकिल रैली निकाली जाएगी और उसके बाद भी अगर मांग नहीं मानी गई तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी इसको लेकर आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर रामदेव चौधरी ने बताया कि आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर रामदेव चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य का अधिकार अधिनियम के लागू होने से चिकित्सकों व आमजन के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो जाएगी और प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा होने की आशंका बन जाएगी.
जिले व प्रदेश के चिकित्सक राइट टू हेल्थ बिल आने के बाद काम नहीं करेंगे और इसको जब तक वापस नहीं लिया जाएगा चिकित्सकों का संघर्ष लगातार जारी रहेगा. राजस्थान सरकार राजनीतिक फायदे के लिए राइट टू हेल्थ बिल लेकर आई है जो इनका चुनावी एजेंडा है.
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बिल के विरोध में मैराथन का आयोजन
चिकित्सक राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में पूर्व में भी धरना प्रदर्शन रैली कर चुके है और आज सरकार में मुख्यमंत्री की सद्बुद्धि के लिए कलेक्ट्रेट के बाहर सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया है. राइट टू हेल्थ बिल के विरोध के ही तहत मंगलवार को सुबह 8 बजे राजकीय कल्याण अस्पताल के सामने जिला क्लब से शहर में मैराथन का आयोजन किया जाएगा जो जिला क्लब से शुरू होगा और बजरंग कांटा श्रमदान मार्ग तापड़िया बगीची कल्याण सर्किल होते हुए वापस जिला क्लब पहुंचेगी.
बड़े आंदोलन की चेतावनी
आईएमए की ओर से विरोध स्वरूप बुधवार को साइकिल रैली का आयोजन किया जाएगा. सरकार अगस्त 10 फरवरी तक राइट टू हेल्थ बिल को वापस नहीं लेती है तो चिकित्सकों की ओर से आगे की रणनीति तैयार कर बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.