खाटू श्याम जी के इस मंत्र का जाप नहीं छोड़ना चाहिए अधूरा, लगता है पाप
Khatu Shyam Ji: आज खाटू श्याम बाबा का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. मान्यता है कि खाटू श्याम अपने भक्तों को निराश नहीं करते हैं और अपने भक्तों की सारी मनोकामना पूरी करते हैं.
Khatu Shyam Ji: आज खाटू श्याम बाबा का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है, जिनका पहला मंदिर राजस्थान की खाटू नगरी में बनाया गया था. बाबा की यह मंदिर सदियों पहले एक राजा ने बनाया था.
कहते हैं कि श्याम बाबा भगवान कृष्ण के कलियुगी अवतार हैं, जिनको कृष्ण से कलियुग में उनके नाम से पूजे जाने का वरदान मिला था. खाटू श्याम जी को हारे का सहारा, शीश का दानी, लखदात्तार आदि नामों से जाना जाता है.
मान्यता है कि खाटू श्याम अपने भक्तों को निराश नहीं करते हैं और अपने भक्तों की सारी मनोकामना पूरी करते हैं. कहा जाता है कि बाबा को बहुत आसानी से मनाया जा सकते है. इसके लिए आप बुधवार के दिन खाटू श्याम जी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए.
इसके अलावा बाबा का चालीसा पाठ करना और आरती करें. साथ ही बाबा श्याम को गाय का कच्चा दूध और मावा के पेड़े का भोग लगाएं क्योंकि ये बाबा को सबसे ज्यादा पसंद हैं. खाटू श्याम बाबा के मंदिर में आरती के दौरान मुख्य रूप से गाय के कच्चे का भोग लगाया जाता है.
वहीं, अगर आप बाबा की कृपा बहुत जल्द पाना चाहते हैं, तो बाबा के प्रसिद्ध मंत्र ॐ श्री श्याम देवाय नमः' का जाप करें लेकिन इस मंत्र का जाप करते वक्त ध्यान रखें कि इसको अधूरा ना छोड़ें क्योंकि इससे आप पाप के भागी बन सकते हैं. इस मंत्र के अलावा भी बाबा के कई फेमस मंत्र हैं, जिनका जाप करने से मन को शांति मिलने के साथ बाबा को खुश कर सकते हैं.
ये हैं बाबा श्याम के मंत्र
प्रणतः क्लेशनाशाय सुह्र्दयाय नमो नमः
महा धनुर्धर वीर बर्बरीकाय नमः
श्री मोर्वये नमः
ॐ सुह्र्दयाय नमो नमः
श्री खाटूनाथाय नमः
श्री शीशदानेश्वराय नमः
ॐ मोर्वी नन्दनाय विद् महे श्याम देवाय धीमहि तन्नो बर्बरीक प्रचोदयात्
ॐ श्याम देवाय बर्बरीकाय हरये परमात्मने
श्री मोर्वी नन्दनाय नमः
ॐ श्री श्याम शरणम् मम:
यहां दी गई जानकारियां सभी पौराणिक मान्यताओं और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं. ज़ी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है.