सीकर: जिले के नीमकाथाना इलाके के पाटन थाना अंतर्गत ग्राम श्यामपुरा स्थित चूहाकान की ढाणी में बाड़े में जंगली जानवरों ने भेड़ बकरियों पर हमला कर दिया, जिसमें करीब 50 से अधिक भेड़ बकरियों की मौत हो गई, जबकि कुछ भेड़ बकरियां घायल हो गई, जिनका पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा इलाज किया गया.


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वहीं, घटना की सूचना पर वन विभाग की टीम पाटन तहसीलदार मुनेश सिर्वा,डाबला पुलिस चौकी के अधिकारी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया. पशुपालन विभाग के ब्लॉक अधिकारी डॉ रणजीत मेहरानिया द्वारा मृत पशुओं के पोस्टमार्टम एवं घायल पशुओं के उपचार के लिए प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय डाबला के वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ राम अवतार बायला की अध्यक्षता में पांच सदस्यों के एक बोर्ड का गठन किया गया.


पांच सदस्ययी टीम का गठन


पशु चिकित्सालय जीलो के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश आर्य, बिहार के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार यादव, पशुधन सहायक विरेन्द्र कुमार पुनिया व पशु चिकित्सा उपकेंद्र श्यामपुरा के पशुधन सहायक सुनील कुमार सैनी सदस्य मनोनीत किया गया. इस दौरान पशुपालक के बाड़े व खेत में 55 भेड़ व 3 बकरियां मृत एवं 7 भेड़ घायल अवस्था में पायी गई, जिनका डाबला चौकी प्रभारी प्रभु दयाल वर्मा की तहरीर पर उक्त मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम एवं उपचार कार्य किया गया.


पीड़ितों को मुआवजा दिया गया


डॉ मेहरानिया ने बताया कि पीड़ित व गरीब पशुपालक की सहायता हेतु मेघवंश जागृति संस्थान व सरपंच कृष्ण गुर्जर द्वारा 11-11 हजार, पाटन रेंजर मनोज मीणा द्वारा 51 सौ रूपये की तात्कालिक आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई गई साथ ही अन्य गणमान्य लोगो ने भी आर्थिक सहयोग प्रदान कर पीड़ित परिवार को ढांडस बंधाया तथा पाटन रेंजर ने वन विभाग द्वारा प्रति मृत पशु 3000 रूपये एवं पाटन तहसीलदार मुनेश सर्वा ने पीड़ित परिवार को इस आपदा में प्रशासनिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वासन दिया गया.