Rajasthan News: नीमकाथाना जिला मुख्यालय पर यमुना नहर का पानी समूचे नीमकाथाना उपखंड में लाने की मांग को लेकर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले लगातार धरना जारी है. आज किसानों के धरने को समर्थन देने कामरेड नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष सी.पी.आई.एम. पूर्व विधायक अमराराम चौधरी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा की शेखावाटी के चारो जिले पेयजल के लिए त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे हैं और राजस्थान के हिस्से का यमुना का पानी समझौते के 30 साल बाद भी नही मिला. उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है. वहीं, हरियाणा और राजस्थान में भी उनकी सरकार है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा.


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बीजेपी झूठ बोलकर के वोट ठगने का काम कर रही है 
पूर्व विधायक अमराराम चौधरी ने कहा कि बीजेपी लोगों से उसी तरीके से झूठे वादे कर रहे हैं, जिस तरह से 15 लाख काले धन का किसानों को एमएसपी का और नौजवानों को रोजगार का. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से पहले झूठ बोलकर के वोट ठगने का काम किया था, उसी तरह यमुना वाटर में कर रही है. उन्होंने कहा कि  यमुना नहर के पानी को लेकर पूरे शेखावाटी में आंदोलन चल रहा है. निश्चित रूप से हमारा पूरा हक जो राजस्थान में यमुना नहर वाटर में हैं वो लेकर रहेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को गुमराह करने के लिए झूठी धन्यवाद यात्रा करके सिर्फ लोकसभा में वोट बटोरना चाहते हैं. 


सीएम यमुना नहर पानी का समझौता करने के लिए अधिकृत नहीं
वहीं, विधायक सुरेश मोदी ने भी राजस्थान सरकार से मांग की कि नीमकाथाना के लोगों को जल्द से जल्द कुम्भाराम लिफ्ट नहर के माध्यम से पेयजल के लिए पानी उपलब्ध कराई जाए. विधायक मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल जिस यमुना नहर समझौते के बारे में प्रचार करते घुम रहे है. वो कानूनी तरीके से यमुना नहर पानी का समझौता करने के लिए अधिकृत नहीं है. यमुना नहर के पानी के बंटवारे को लेकर अपर यमुना, रिवर बोर्ड बना हुआ है जो निर्धारित करता है कि किस राज्य को कितना पानी मिलेगा. राजस्थान के मुख्यमंत्री व हरियाणा के मुख्यमंत्री सिर्फ इसलिए मिले कि पाइप लाइन कहां और किस दिशा से डाली जाएगी. 


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