Raju Thehat Murder Case: राजस्थान के सीकर जिले में कुख्यात हिस्ट्रीशीटर राजू ठेहट की शनिवार सुबह बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद जहां इलाके में सनसनी फैल गई. वहीं इस खूनी रंजिश के बाद शेखावटी और मारवाड़ में सियासत ना सिर्फ गरमा गई बल्कि पूरी तरीके से सुलगती नजर आ रही है. इसकी बानगी देखने को तब मिली जब सीकर में जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर जुटे नेता सरकार को खुली चेतावनी दे रहे हैं. वहीं जाट नेता इस दिनदहाड़े हुई हत्याकांड को लेकर सरकार और प्रशासन पर खुलेआम हमला बोल रहे हैं.


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इस घटना के बाद से विपक्ष जहां सरकार पर हमलावर है वहीं सत्ता पक्ष ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है. वहीं राजू ठेहट की हत्या के बाद जाट नेताओं का विरोध में सड़क पर आना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका है. दूसरी ओर राजनेताओं की गैंगस्टर के साथ हमदर्दी को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं. 


किस नेता ने क्या कहा


नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सीकर में हुई घटना में अपराधियों ने नागौर जिले के ताराचंद कड़वासरा की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आपको, आपकी पुलिस और इंटेलिजेंस को राहुल गांधी की यात्रा से फुर्सत मिल जाए तो बिलख रही इस बच्ची को भी जवाब दे दिजिएगा. आखिर कब तक राजस्थान में इस तरह अपराध होते रहेंगे? वहीं विधायक मुकेश भाकर ने अपने ट्वीटर हैंटल पर ट्वीट किया कि राजस्थान को यूपी-बिहार बनने से बचाओ. उन्होंने लिखा कि सीकर के लिए निकल चुका हूं और कुछ ही देर में सीकर पहुंच रहा हूं.



बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी ट्वीट किया है कि मुख्यमंत्री, जो गृहमंत्री भी हैं उनके द्वारा कानून व्यवस्था की समीक्षा मात्र फोटो खिंचवाने तक ही सीमित है. कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए इनके पास कोई ठोस एक्शन प्लान नहीं है, ना प्रदेश की जनता की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं. इसलिए नैतिकता के आधार पर इनको इस्तीफा दे देना चाहिए.



कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर घटना की निंदा की. उन्होंने ट्वीट किया कि आज शिक्षानगरी सीकर में हुए जघन्य हत्याकांड कि मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. उन्होंने लिखा कि मुझे विश्वास है कि राजस्थान पुलिस जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ कर आमजन में विश्वास कायम करेगी. राजस्थान विवि के छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी ने ट्वीट किया कि अन्याय के खिलाफ लड़ाई में निमंत्रण नहीं भेजे जाते. जिसका जमीर जिंदा होता है वो खुद चले आते हैं!! उन्होंने आगे लिखा कि सीकर के लिए निकल चुका हूं और कुछ ही देर में सीकर पहुंच रहा हूं.



विधायक रामनिवास गावड़िया ने ट्वीट किया है कि राजस्थान शांति प्रिय राज्य रहा है. पिछले कई दिनों से हो रही घटनाओं के साथ आज के सीकर हत्याकांड से पुलिस की नाकामी सीधे तौर पर नजर आ रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अपराध की ओर बढ़ते राजस्थान को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं.