सीकर- लोसल नगर पालिका की साधारण सभा की बैठक में सदन की गरिमा हुई तार-तार, एक दूसरे पर फेंकी कुर्सियां
Sikar news: राजस्थान के सीकर जिले के लोसल नगर पालिका के सभागार में बुधवार को आयोजित हुई साधारण सभा की बैठक के दौरान सदन की गरिमा शर्मशार हो गई. बैठक में पक्ष व विपक्ष के पार्षदों ने एक दूसरे पर जमकर कुर्सियां फेंकी.
Sikar news: राजस्थान के सीकर जिले के लोसल नगर पालिका के सभागार में बुधवार को आयोजित हुई साधारण सभा की बैठक के दौरान सदन की गरिमा शर्मशार हो गई. बैठक में पक्ष व विपक्ष के पार्षदों ने एक दूसरे पर जमकर कुर्सियां फेंकी और असंसदीय भाषा का उपयोग करते हुए एक दूसरे के साथ जमकर धक्का-मुक्की भी की. बैठक शुरू होते ही महिला पार्षदों के प्रतिनिधि सहित कई लोग सभागार में पहुंच गए. इस दौरान अधिशासी अधिकारी सहदेव दान चारण ने महिला पार्षदों के प्रतिनिधि और सदन में पहुंचे अन्य लोगों को बाहर जाने को कहा तभी विपक्ष के पार्षदों ने हंगामा खड़ा कर दिया.
प्रतिनिधियों को बाहर नहीं भेजने को लेकर जमकर हंगामा
विपक्ष के पार्षदों ने एजेंडें की प्रति में किसी भी पार्षद का नाम लिखे बिना ही उनके घर तक पहुंचने का आरोप लगाते हुए बैठक में पहुंचे प्रतिनिधियों को बाहर नहीं भेजने को लेकर जमकर हंगामा किया. हंगामे के दौरान सभागार में कई बाहरी लोग भी पहुंच गए और पार्षदों के साथ बहस करने लगे. बाहरी लोगों के सदन में पहुंचने व पार्षदों के साथ बहस करने से नाराज पार्षदों ने बैठक में एक दूसरे पर कुर्सियां फेंकनी शुरू कर दी. करीब 10 मिनट तक सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षद एक दूसरे पर कुर्सियां फेंकते रहे.
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वहीं कई बाहरी लोग भी पार्षदों के साथ झड़प करते रहे. करीब 20 मिनट तक चले हंगामे के बाद अधिशासी अधिकारी ने बैठक को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया. इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षद नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर आए और पालिका परिसर में सत्ता पक्ष के पार्षदों ने विधायक परसराम मोरदिया जिंदाबाद तथा विपक्ष के पार्षदों ने परसराम मोरदिया मुर्दाबाद के नारे लगाए. हंगामे की सूचना के साथ लोसल थाने की टीम भी नगर पालिका परिसर पहुंच गई और मामले में पार्षदों से बातचीत कर मामला शांत करवाने की कोशिश की. करीब 20 मिनट बाद पुलिस की मौजूदगी में सदन की कार्रवाई फिर से शुरू हुई.
बैठक शुरू होते ही अधिशासी अधिकारी ने एक नंबर एजेंडें ईदगाह के लिए भूमि आवंटन पर विचार को लेकर चर्चा शुरू करने की बात कही. लेकिन विपक्ष के पार्षदों ने उपस्थिति रजिस्टर में दिवंगत पार्षदों के नाम लिखे होने और बैठक को स्थगित कर सभी पार्षदों को एजेंडें की प्रति नाम लिखकर नियमों के तहत दोबारा सात दिवस में बैठक बुलाने की मांग रखी. जिस पर अधिशासी अधिकारी ने बैठक स्थगित नहीं करने की बात कह कर एजेंडें पर चर्चा करने की बात कही. अधिशासी अधिकारी पर विपक्ष के पार्षदों ने तानाशाह रवैया अपना कर सत्ता पक्ष का साथ देने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान काफी देर तक विपक्ष के पार्षद बैठक स्थगित करो के नारे लगाते रहे. वही अधिशासी अधिकारी ने हंगामा के बीच ही एक नंबर एजेंडें पर पार्षदों के मत जाने. जिस पर सत्ता पक्ष के पार्षदों ने एक नंबर एजेंडें को पास करो के नारे लगाने शुरू कर दिए.
सत्ता पक्ष और विपक्ष के पार्षदों के नारेबाजी के बीच अधिशासी अधिकारी ने पालिका अध्यक्ष समू नागोरी से वार्ता कर बैठक संपन्न होने की घोषणा कर दी. इसके बाद सत्ता पक्ष के पार्षद विधायक परसराम मोरदिया जिंदाबाद के नारे लगाते हुए सभागार से बाहर निकल गए और विपक्ष के पार्षद पालिका प्रशासन तेरी तानाशाही नहीं चलेगी के नारे लगाते हुए सदन से बाहर निकले. इसके बाद अधिशासी अधिकारी ने पालिका अध्यक्ष समू नागोरी के चेंबर में बैठकर सदन की बाकी की कार्रवाई पुरी की.