Khatushyam: सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे के प्रसिद्ध बाबा श्याम की धार्मिक नगरी में दिन प्रतिदिन बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन रही है. इसलिए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन निकास मार्ग की समस्या हल करने के प्रयास में जुटे हुई है. 


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बता दें कि  8 अगस्त 22 में दर्शन प्रवेश मार्ग में तीन महिलाओं की मौत की घटना घटित होने के बाद प्रशासन गहरी नींद से जागा और दर्शन प्रवेश मार्ग का विस्तार कर समस्या का समाधान किया गया था। वहीं अब मंदिर से दर्शनों के बाद निकास मार्ग की समस्या सामने है.


निकास मार्ग सकरे होने की वजह से 1 जनवरी को एक घटना घटित हो गयी थी। इसको मध्यनजर रखते हुए प्रशासन ने मंदिर निकास मार्गों को विस्तार देने की योजना बनाई है. इसके लिये 13 लोगों के निवास स्थानों और प्रतिष्ठानों के दस्तावेज मांगे गए है।


 मार्गों के विस्तार में आ रहीं रूकावटों के कारण  हाल ही में जिला कलक्टर कमर उल जमान चौधरी ने निकास मार्गों का निरीक्षण किया. इसके बाद मुख्य दर्शन मार्ग में आ रहे हैं लोगों के घरों और प्रतिष्ठानों के नाम परनोटिस जारी कर स्वामित्व के कागजात  साथ लाने के लिए कहा गया .  


बता दें कि कलक्टर के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी अरुण शर्मा ने 13 लोगों को नोटिस जारी किया हा, जिसमें उन्हें दो दिन के कार्य दिवस में  प्रॉपर्टी स्वामित्व के कागजात पेश करने के लिए कहा गया है. जिन लोगों ने नोटिस नहीं लिए उनके मकान और दुकान के बाहर नोटिस को चस्पा कर दिया गया। एक बार फिर कस्बे वासियों की चिंता की लकीरें साफ जाहिर हो रही है.


गौरतलब है की नववर्ष के प्रथम दिन रात में भीड़ अनियंत्रित होने के कारण वहां भगदड़ मच गई थी . इसी को  ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार आयोजित होने जा रहे वार्षिक लक्खी मेले से पहले दर्शन निकास मार्ग भी चौड़ा करने के प्रयास में लगा  हुआ है.


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