Sikar news: अखिल भारतीय किसान सभा ने उपखंड कार्यालय में जताया विरोध
Sikar news: अखिल भारतीय किसान सभा में फसल बीमा क्लेम को लेकर उपखंड कार्यालय पर विरोध जताया और मांगों को लेकर नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, फसल बीमा क्लेम को लेकर चूरू जिला कलेक्ट्रेट पर 20 दिन से अनिश्चितकालीन किसानों का आंदोलन चल रहा है.
Sikar news: राजस्थान के सीकर जिले में नीमकाथाना में अखिल भारतीय किसान सभा में फसल बीमा क्लेम सहित सूत्रीय मांगों को लेकर उपखंड कार्यालय पर नारेबाजी कर विरोध जताया और मांगों को लेकर नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. अखिल भारतीय किसान सभा नीमकाथाना सचिव कामरेड रोशन लाल गुर्जर ने बताया कि अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य स्तरीय आव्हान पर नीमकाथाना उपखंड कार्यालय पर पाला व शीतलहर से खराब हुई.
सरसो, जौ, गेहूं, चना इत्यादि रबी फसलों का किसानों को मुआवजा देने प्रधानमंत्री फसल बीमा क्लेम योजना कंपनी द्वारा किसानों को फसल बीमा क्लेम दिलाने आदर्श गांव चला में स्थित अवेध टोल को हटाने चना, सरसों, जौ, गेहूं इत्यादि फसलों का खरीद केंद्रों पर सुचारू रूप से खरीद करवाने वर्तमान भयंकर गर्मी के दौर में गांव ढाणियों में पानी टैंकर सप्लाई शुरू करवाने चूरु जिला कलेक्ट्रेट पर फसल बीमा क्लेम को लेकर चल रहे आंदोलन का शीघ्र समाधान करने जल जीवन मिशन योजना में हर घर नल जल योजना से पानी पहुंचाने को लेकर किसानों ने उपखंड कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.
यह भी पढ़ें- डूंगरपुर में बेटे के साथ मिलकर भतीजे ने की चाचा की हत्या,जमीन के विवाद से जुड़ा है मामला
उपखंड कार्यालय में एसडीएम की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार को मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम 7 सूत्रीय ज्ञापन दिया. गोपाल सैनी एडवोकेट पूर्व सरपंच नरसिंहपुरी ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार एक ओर महंगाई राहत शिविर कैंप का आयोजन कर रही है दूसरी ओर पूरे राजस्थान के किसान अपनी मांगों को लेकर के सड़कों पर हैं सरकार को कोई चिंता नहीं है फसल बीमा क्लेम को लेकर चूरू जिला कलेक्ट्रेट पर 20 दिन से अनिश्चितकालीन किसानों का आंदोलन चल रहा है जिसको लेकर कांग्रेस की राजस्थान सरकार भाजपा की केंद्र सरकार जिम्मेदार है.
पाला व शीतलहर से रबी की फसलें सरसों, गेहूं, चना नष्ट हो गई थी जिसको लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने उचित मुआवजे की घोषणा की थी लेकिन दूसरी फसल बीजने का कार्य चल रहा है अभी तक राजस्थान सरकार की ओर से कोई मुआवजा नहीं दिया गया. फसल बीमा क्लेम करने वाली कंपनियां बीमा के नाम पर किसानों के खाते से प्रीमियम काट लेती है बीमा कंपनियों ने भी बीमा क्लेम की राशि नहीं दी है जो किसानों के साथ में बहुत बड़ा धोखा है आदर्श गांव चला में जो टोल चल रहा है जो पूर्ण रूप से अवैध है.
जिसको लेकर कई बार राजस्थान की सरकार को लिखा गया है विरोध प्रदर्शन किए गए हैं. लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार भ्रष्ट सरकार होने के कारण चला रहे टोल को नहीं हटा रही है चना, सरसों, जौ, गेहूं की जो सरकारी खरीद केंद्र बना रखे हैं उन पर सुचारू रूप से खरीद भी नहीं हो रही है वर्तमान समय में भयंकर गर्मी व तेज धूप पड़ रही है लेकिन अभी तक गांव ढाणियों में पानी के टैंकर सप्लाई नहीं किए गए.
जलदाय विभाग व उपखंड प्रशासन गांव ढाणियों में पानी की किल्लत होने के जिम्मेदार हैं जबकि पानी के टैंकर सप्लाई के टेंडर हो चुके हैं जनता बिना पानी के बहुत परेशान है, इसलिए जल्दी पानी के टैंकर सप्लाई शुरू करें जल जीवन मिशन योजना में हर घर नल देना सरकार का एक वादा था लेकिन अभी तक नीमकाथाना के गांव ढाणियों में हर घर नल योजना लागू नहीं की गई.
यह भी पढ़ें- कचरे के ढेर में मिथुन दादा को मिली थी यह बच्ची, अब दिखने लगी है कमाल की 'हुस्न परी'
ठेकादार अवैध वसूली करने लगे हैं जहां कहीं अवैध वसूली का विरोध किया जाता है वहां पानी का काम नहीं किया जा रहा है इसलिए सभी गांव ढाणियों में अवैध वसूली रोकते हुए हर घर नल जल पहुंचाया जाए सरकार शासन प्रशासन किसान सभा की मांगों पर ध्यान नहीं देगा, तो नीमकाथाना में अखिल भारतीय किसान सभा किसानों को एकजुट कर आंदोलन करेगी. वर्तमान दौर में पेपर लीक होने के कारण नौजवान भी बहुत दुखी हैं.
किसान मजदूर छात्र नौजवान के साथ चुनाव के वक्त केंद्र की भाजपा मोदी सरकार राजस्थान की कांग्रेस सरकार गहलोत ने जो वादा किया था उसमें पूरी तरह से फेल है इसलिए छात्र नौजवान किसान मजदूर को मजबूरन आने वाले समय में सड़कों पर आकर जन आंदोलन करना पड़ेगा. आज के विरोध प्रदर्शन ज्ञापन देने वालों में एडवोकेट गोपाल सैनी पूर्व सरपंच नरसिंहपुरी, सचिव रोशन लाल गुर्जर रामनारायण नटवाड़िया, कॉमरेड रतनलाल सिंगल, रामअवतार लांबा कैलाश सैनी, के एस संतोषी, भोलाराम सैनी, सतीश इंसा, लक्ष्मण सैनी, महेंद्र सैनी , बीरबल गुर्जर सहित आदि किसान मौजूद रहे.