Sikar News: नीमकाथाना इलाके के पाटन थाना अंतर्गत गुसाई के मठ में क्रेशर पर पानी के टैंक में डूबने से बालक की मौत के मामले में आखिरकार सहमति बन गई. 


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पुलिस प्रशासन की समझाइए इसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया क्रेशर मालिक और परिजनो के बीच मांगों को लेकर सहमति बनी उसके बाद धरने पर बैठे लोगो ने धरना समाप्त किया और पुलिस ने शव को पाटन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.

वहीं मृतक के चाचा ने पुलिस्को रिपोर्ट दी जिसमें उसने बताया कि मेरे भाई का बेटा राजेश पुत्र मुकेश 1 बजे बकरी चराने के लिए गया हुआ था. इस दौरान उसकी छोटी बहन उसके साथ थी. बहन बकरियों के लेकर घर आ गई. मगर देर शाम तक वापस घर नहीं लौटने पर आसपास खोजबीन शुरु की.


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लेकिन कोई सुराग नहीं लगा. काफी ढूंढने के बाद देर रात करीब एक बजे समय क्रेशर पर बने गड्ढे में बच्चे का शव पड़ा हुआ दिखाई दिया. जिसे ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया. बच्चे के डूबने की सूचना मिलने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और क्रेशर पर शव रखकर मृतक के बच्चों को मुआवजा दिलाने की मांग करने लगे.


इसके बाद नीमकाथाना पुलिस उपाधीक्षक अनुज डाल, पाटन तहसीलदार मुनेश सर्वा, पाटन थानाधिकारी नेकीराम चौधरी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों व परिजनों से समझाइश की.


अधिकारियों द्वारा क्रेशर संचालक से उचित मुआवजा राशि दिलवाने के आश्वासन के बाद परिजन शव उठाने पर राजी हुए. जिसके बाद मृतक बालक के शव को राजकीय रेफरल चिकित्सालय पाटन ले जाया गया, जहां शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया.