Sikar news: इजराइल-फिलिस्तीन के बीच चल रही जंग के दौरान भारतीयों को सुरक्षित देश वापसी भारत सरकार की ओर से की जा रही है. 212 भारतीयों को लेकर पहला चार्टर प्लेन भारत पहुंचा था.भारतीयों के इस दल में सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ की बेटी आंचल भी शामिल रही. आंचल के सकुशल घर वापसी पर परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए भारत सरकार का आभार जताया और वहां के हालात साझा किए.


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इजराइल में देखा वह बिल्कुल अच्छा नहीं 
इजराइल में न्यूरोसाइंस के PHD की छात्रा आंचल ने बताया कि 7 अक्टूबर सुबह से जो हमने इजराइल में देखा वह बिल्कुल अच्छा नहीं हुआ और खतरनाक आतंकवादियों का हमला था. हम सभी परेशान थे और घर वालों से दूर थे. हमसे ज्यादा हमारे घरवाले परेशान थे. उन्हें चिंता थी कि बच्चों की कैसी हालत होगी और कैसे होंगें.क्योंकि उन्हें नही पता कि हम कहाँ है उन्हें तो यह मालूम था कि इजराइल पर हमला हुआ है. इसलिए कहीं पर भी अटैक हो सकता है.  ऐसी स्थिति में हर मां-बाप बातचीत ही कर सकते थे.


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इजरायल पर था विश्वास
 जब मुझे मेरे दोस्तों से हमले का पता चला तो उन्होंने बताया कि उनकी बिल्डिंग के नजदीक ही हमले से ब्लास्ट हुआ है. वहीं अन्य जगह भी हमले शुरू हो गए और कई मिसाइल आने लग गई. ऐसे में मेरे दोस्त ने बोला सेंटर में आ जाओ लेकिन मुझे विश्वास नहीं हुआ. इसके बाद सरकार की ओर से बनाया गया एप स्टार्ट हो गया और मैसेज सहित अलर्ट आने शुरू हो गए. लेकिन हमें इतना विश्वास था कि इजराइल सरकार हमें कुछ नहीं होने देगी. क्योंकि इजराइल सेना नंबर वन सेना है.


ऑपरेशन अजय  की सराहना 


 उसके बाद जब भारत सरकार की ओर से लिंक आए और हमने भारत आने का लिंक फील किया. रात को हमने लिंक फील की और हमारे पास तुरंत कंफर्मेशन आ गया.आंचल ने बताया कि भारत सरकार ने इजराइल से अपने देशवासियों को निकालने के लिए तुरंत एक्शन लिया और अभी भी देशवासियों को वहां से निकाल रहा है. भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय के तहत यह बहुत अच्छा किया और कर भी रही है.


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हमले की उम्मीद नहीं थी .
आंचल ने बताया कि उसकी दोस्त के घर के नजदीक एक मिसाइल गिरा है और यह बहुत बड़ा हमला है. जिस पर मैं बहुत चिंतित हो गई.इजराइल के आसपास से छोटी मोटी झड़प और हमले तो होते रहते हैं. लेकिन इतना बड़ा हमला होगा इसकी किसी को उम्मीद नहीं थी. मैंने सोचा अभी चार-पांच महीने पहले तो मिलकर गई है और वहां जाते ही यह लड़ाई शुरू हो गई. इसलिए मैं बहुत डर गई थी. हमले शुरू होने के बाद और आंचल के वापस पहुंचाने के बीच के चार-पांच दिन बहुत ही परेशानी वाले रहे.


सरकार का आभार 
 परिजनों ने बताया कि हम सभी टीवी के सामने ही रहते और सोते थे.पूरे दिन टीवी और मोबाइल से जानकारी जुटाते रहे. 13 अक्टूबर को भारत सरकार के ऑपरेशन विजय के तहत बड़े ही लाड प्यार और सम्मान के साथ आंचल सहित अन्य लोगों को इजराइल से भारत लाया गया. इसके लिए भारत सरकार व इजराइल सरकार का आभार जताया है.