Sikar News: किसान आयोग अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला ने दी होद को यह बड़ी सौगात
राजस्थान में सीकर जिले के खंडेला उपखंड के होद ग्राम को किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला ने आज एक बड़ी सौगात दी है. विधायक ने बजट घोषणा वर्ष 2022-23 में स्वीकृत वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होद दुल्हेपुरा का समारोह पूर्वक शिलान्यास किया.
Khandela, Sikar News: सीकर जिले के खंडेला उपखंड के होद ग्राम को किसान आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला ने आज एक बड़ी सौगात दी है. विधायक ने बजट घोषणा वर्ष 2022-23 में स्वीकृत वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम होद दुल्हेपुरा का समारोह पूर्वक शिलान्यास किया.
समारोह के दौरान खंडेला ने अपने कार्यकाल के दौरान करवाए गए विकास कार्यों के बारे में उपस्थित जनसमूह को विस्तार से जानकारी दी और कहा कि भविष्य में भी इलाके में विकास कार्यों को लेकर बजट की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.
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कार्यक्रम के दौरान सहायक अभियंता सतीश कुमार यादव, उप प्रधान शीशराम, हरिसिंह पदमपुरा, पालिकाध्यक्ष याकूब मलकान, सरपंच पूर्व भूराराम, कैलाश मीणा, बद्रीनारायण सैनी सहित काफी संख्या में ग्रामीण महिला और पुरुष मौजूद रहे.
इस दौरान जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता भोलाराम रोलानिया ने बताया कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम निर्माण कार्य के लिए 869 लाख रुपए की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी हुई थी, जिसका कार्यदेश 558 लाख रुपये का जारी किया गया है. जल संसाधन विभाग द्वारा अगले 18 महीनों में यह निर्माण कार्य पूर्ण करा दिया जाएगा. करीब 12 हेक्टेयर की जल भराव क्षमता का यह वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम आसपास के गांवों के लिए काफी अहम है. इसके बनने के बाद आसपास के 8 से 10 किलोमीटर के क्षेत्र में ग्राउंड वाटर लेवल उपर आएगा जिससे क्षेत्र में पेयजल समस्या का काफी हद तक समाधान होगा. बरसात नहीं होने की स्थिति में भी 1 एमसीएफटी पानी नियमित रूप से इसमें भरा रहेगा. इस बांध के चारों तरफ पक्की दीवार बनाई जाएगी तथा तारबंदी कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए जाने का प्रावधान है.
विशेषताएं
बांध निर्माण के साथ यहां पशुओं के लिए अलग से पानी पीने के लिए घाट, नहाने के लिए पक्के घाट भी बनाए जायेंगे. बरसात नहीं होने की स्थिति में भी एक एमसीएफटी पानी बांध में हमेशा भरा रहेगा.
कुल भराव क्षमता
365 गुना 330 मीटर क्षेत्रफल में करीब 12 हैक्टेयर की जल भराव क्षमता का यह बांध इलाके के लिए काफी अहम है. इसमें कुल 6.61 एमसीएफटी पानी का संचय किया जा सकेगा.