Sikar News: राजस्थान के सीकर आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. आबकारी विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर एक कंटेनर में छुपाकर चंडीगढ़ से जयपुर होते हुए गुजरात ले जाइ जा रही करीब 15 लाख रुपये की अवैध शराब पकड़ी है. वहीं, ट्रक चालक को भी गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल आबकारी विभाग गिरफ्तार आरोपी से मामले में पूछताछ करने में जुटी हुई है. 


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आबकारी विभाग के एईओ रामसहाय जाट ने जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर पीओ महेश मील सहित आबकारी टीम ने झुंझुनू-जयपुर बाईपास पर नाकाबंदी कर एक गुजरात नंबर के कंटेनर को रुकवाया. कंटेनर की तलाशी लेने पर कंटेनर पीछे की ओर से पूरी तरह से खाली था लेकिन आबकारी टीम के महेश मील ने कंटेनर कि जब अंदर और बाहर से लंबाई नापी तो दोनों में फर्क नजर आया.



इस पर कंटेनर की गहनता से तलाशी ली गई तो कंटेनर के पीछे की तरफ एक प्राइवेट चेंबर बनाकर उसमें 111 कार्टून व्हिस्की के 2664 हाफ और 12 कार्टून में व्हिस्की के 144 बोतल रखी गई थी. कंटेनर से बरामद की गई अवैध शराब की कीमत करीब 15 लाख रुपये हैं.


वहीं, मामले में बाड़मेर निवासी ट्रक ड्राइवर इसराराम को गिरफ्तार किया गया है, जिससे प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि अवैध शराब कंटेनर में बने प्राइवेट चेंबर में चंडीगढ़ भरी गई थी. कंटेनर चंडीगढ़ से जयपुर होते हुए गुजरात पहुंचना था. ट्रक ड्राइवर जयपुर में कंटेनर के पीछे खाली पड़े हिस्से में अन्य सामान भरकर गुजरात पहुंचता इससे पहले ही सीकर में आबकारी विभाग ने मुखबिर की सूचना पर कंटेनर को पकड़ लिया. फिलहाल आबकारी विभाग की ओर से पकड़े गए ट्रक चालक से पूरे मामले की पूछताछ की जा रही है. 



कंटेनर में अलग से करीब 4 फीट का बनाया गया था प्राइवेट चैंबर 
आबकारी विभाग की ओर से पकड़े गए कंटेनर में ड्राइवर के केबिन और कंटेनर के बीच अलग से एक चेंबर बनाया गया था. कंटेनर में पीछे का गेट खोलने पर कंटेनर बिल्कुल खाली दिखाई देता है. कंटेनर के आगे के कुछ हिस्से में अलग से एक प्राइवेट चेंबर बनाया गया था, जिसका रास्ता भी ड्राइवर के केबिन के ऊपर से बना हुआ था. इसे भी लोहे का गेट बनाकर पूरी तरह से बंद किया गया था. 



बाहर से देखने पर कंटेनर में अलग प्राइवेट चैंबर होने का पता नहीं चल पाता लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारियों ने जब कंटेनर में खाली पड़े अंदर के हिस्से को फीते से नापा और फिर बाहर के कंटेनर के हिस्से का नाप जोक किया गया तो दोनों में करीब 4 फीट का अंतर आया. 


इस पर आबकारी विभाग की टीम ने कंटेनर की जनता से जांच कर ग्राइंडर मशीन से कंटेनर को ग्राइंडर से काटकर देखा तो उसमें फॉम के गद्दे लगाकर अवैध शराब के कार्टून रखे हुए मिले. शातिर शराब तस्करों ने शराब की बोतल और हाफ पर लगे कर कोड को भी पूरी तरह से मिटा दिया ताकि शराब कहां पर बनी और कहां से सप्लाई हुई है इसके बारे में भी पता नहीं चल सकें.