Sri Madhopur: सीकर जिले के श्रीमाधोपुर कृषि उपज मण्डी में आज दूसरे दिन भी व्यापारियों की अनिश्चित काल के लिए हड़ताल जारी रही. व्यापारियों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल के बाद मंडी में प्रतिदिन करीब 1 से 2 करोड़ रुपए का व्यापार ठप हो रहा है. वहीं मंडी प्रशासन के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है. कृषि उपज मंडी कार्यालय के समक्ष सभी व्यापारी इकट्ठे हुए और मंडी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया. 


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अध्यक्ष पवन चौधरी ने बताया कि मंडी के 65 व्यापारियों के अटके 3.50 करोड़ रुपए लौटाने और मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर व्यापारी अनिश्चितकाल के लिए व्यापार का स्थगन रख रहे है. जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक मंडी में कारोबार बंद रहेगा.


कृषि विपणन विभाग राजस्थान व प्रशासन कृषि उपज मंडी समिति श्रीमाधोपुर द्वारा मंडी प्रांगण में कार्यरत 65 व्यापारियों का करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए रोकने,अचल सम्पति आंवटन नीति में वर्णित प्रावधानों पर विधि सम्मत निर्णय नहीं लेने और राजस्थान हाईकोर्ट ने पुराने जिस निर्णय को विधि सम्मत नहीं मानकर अपास्त कर दिया तथा विधि सम्मत नया निर्णय लेने के लिए जो आदेश दिया उस पर भी वही पुराना निर्णय पुनः लेकर व्यापारियों को करोड़ों रुपयों की नुकसान पहुंचाने की नीयत से रोके गए करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए जो व्यापारियों द्वारा ब्याज सहित वापस मांगे जा रहे हैं, लेकिन नहीं लौटाए जा रहे.


वहीं कृषि मंडी परिसर में पिछले करीब 10 सालों से पीने के पानी की समुचित व्यवस्था नहीं है. मंडी के प्रमुख गेटों के बाहर सड़के टूटी हुई और गड्‌ढे हैं. बारिश का पानी रास्ते में भर जाता है जिससे आने वाले किसानों व व्यापारियों को परेशानी होती है. किसानों द्वारा अपनी उपज के विक्रय के लिए लाए गए कृषि जिन्सों की बरसात व धूप से सुरक्षा के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है.


मंडी में पूर्णकालिक सचिव नहीं होने पर मंडी में आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं हो पा रही. व्यापारियों के 3.50 करोड़ रुपए लौटाने और मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर व्यापार संघ द्वारा मंडी परिसर में व्यापार अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया गया है. वहीं अपनी मांगों को लेकर आज व्यापारियों ने एकजुट होकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.


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