सीकर: कांग्रेस सरकार की नीतियों के खिलाफ होगी जन आक्रोश रैली, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी होंगे शामिल
सीकर न्यूज: कांग्रेस सरकार की नीतियों के खिलाफजन आक्रोश रैली का आयोजन होगा. इस रैली में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल होंगे.सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने इसको लेकर जानकारी साझा की.
Sikar: भारतीय जनता पार्टी द्वारा 28 अप्रैल को जिलों में निकाले जाने वाली कांग्रेस सरकार की नीतियों के खिलाफ जन आक्रोश रैली की तैयारियों को लेकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी.
सांसद ने कहा कि राजस्थान सरकार इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलकर महात्मा गांधी को बदनाम किया है. उन्होंने कहा महात्मा गांधी ने हमेशा हिंदी भाषा को ही बढ़ावा दिया था. इस मौके पर सांसद सुमेधानंद सरस्वती, जिला प्रभारी दिनेश धाबाई, पूर्व विधायक गोवर्धन वर्मा, पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी, पूर्व विधायक केडी वर्मा, केडी बाबर भाजपा प्रदेश मंत्री मधु कुमावत, जिला महामंत्री भंवर लाल वर्मा, बलवंत सिंह सिराणा, ओमप्रकाश बिजारणिया मौजूद रहे.
सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि राजस्थान सरकार ने इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलकर महात्मा गांधी का अपमान किया है. महात्मा गांधी अपनी पूरी जिंदगी हिंदी के लिए तड़पते रहे. राजस्थान सरकार ने उनके नाम पर अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोल कर उन्हें बदनाम किया है.
इसी दौरान उन्होंने कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ निशाना साधा. सांसद ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार के 4 साल में हुए भ्रष्टाचार और विफलताओं के और जन विरोधी नीतियों के खिलाफ 28 अप्रैल को सीकर में जन आक्रोश रैली निकाली जाएगी.
भारतीय जनता पार्टी द्वारा पूरे प्रदेश में यह कार्यक्रम किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सीकर में पहले रानी महल में जनसभा होगी और सभा के बाद जिला कलेक्ट्रेट का घेराव कर विरोध किया जाएगा. इस विरोध कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी आएंगे. भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस विरोध के माध्यम से कांग्रेस सरकार को चेताया जायेगा. कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले जो वादे जनता से किए थे वह पूरे करें या फिर सिंहासन खाली करें.
कांग्रेस के खुद के कार्यकर्ता और नेता ही कांग्रेस सरकार पर जमकर आरोप लगा रहे हैं. जयपुर में हाल ही में जो सुसाइड हुए. उनके धरनों में कांग्रेस के नेता उसमें शामिल होकर अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने देते हैं. राजस्थान में सरकार एक तरफ तो 24 अप्रैल से राहत कैंप शुरू करने जा रही है लेकिन सरपंच, कर्मचारी हड़ताल पर हैं तो यह राहत देगा कौन.
सरकार ने जिस दिन से फ्री बिजली की घोषणा की है उस दिन से बिजली की कटौती बढ़ गई है. हालात यह है कि कम्पनियां सरकार के 15 हजार करोड़ से ज्यादा रुपए मांगती है. जिन्होंने सरकार को नोटिस भी दे दिया है कि पेमेंट करें वरना बिजली काट देंगे. राजस्थान में अब गर्मी और परीक्षा का समय आने वाला है. ऐसे में डर है कि राजस्थान कहीं अंधेरे में न डूब जाएं. गर्मी का मौसम आने वाला है. सरकार के पास पेयजल के लिए कोई योजना नहीं है.
सीएम अशोक गहलोत रोज नई - नई घोषणाएं कर रहे हैं. सरकार ने सीकर जिले में जिन कॉलेजों को खोलने की घोषणा की उनमें से एक के लिए भी सरकार ने पैसा और जमीन आवंटित नहीं की है. सरकार ने स्कूलों पर बोर्ड लगाकर उसे महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल का नाम दे दिया. जिनमें स्टाफ नहीं है.
अंग्रेजी मीडियम स्कूल की घोषणा करने के बाद सरकार ने 2 बजट जारी कर दिए. लेकिन इन स्कूलों के लिए एक पैसे का भी प्रावधान नहीं किया. जो महात्मा गांधी हिंदी के लिए छटपटाते रहे उसके नाम से अंग्रेजी स्कूल खोलकर उसे बदनाम कर दिया. सांसद ने कहा कि अब राज्य सरकार ने फ्री में गैस सिलिंडर देने की बात कही है. जिसमें ग्राहकों को एक पर्ची दे दी जाएगी. यह भी पता नहीं कि पैसा कब आएगा.उन्होंने कहा कि सरकार पैसे देगी भी कैसे क्योंकि सरकार के पास पैसे नहीं है. लोगों को तनख्वाह तक नहीं मिली है.
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